भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी अपने मौलिक सिद्धांत मानवता, निष्पक्षता, तटस्थ्ता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिक सेवा, एकता और सार्वभौमिकता के तहत पूरे विश्व में बेहतर कार्य कर रही है। अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट आंदोलन युद्ध के मैदान हो या मानव पीड़ा को कम करना हो, इसका उद्देश्य जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए और इंसान के लिए सम्मान सुरक्षित करना है। उपयुक्त बातें भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के सभा भवन में आयोजित विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर अरुण कुमार प्राचार्य, एलएनडी मोतिहारी ने कहा।
संगोष्ठी में आए हुए लोगों का स्वागत करते हुए रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष इंजीनियर विभूति नारायण सिंह ने कहा कि नोबेल प्राइज से दो-दो बार सम्मानित जॉन हेनरी डोंट के जन्मदिन के अवसर पर विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है और इसकी स्थापना जॉन हेनरी दूनांट ने की थी। रेड क्रॉस आपसी समाज, दोस्ती सहयोग और स्थाई शांति के लिए सभी लोगों के बीच बढ़ावा देने का काम करती है।
आज के दिन हम पहले के लोगों ने जिन्होंने पीड़ित मानवता के लिए सेवा की, मदद किया, सहयोग किया उनके लिए कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है,और इसी कड़ी में पूर्वी चंपारण जिला भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी यहां के लोगों की सेवा के लिए 24 घंटा तत्पर है ।हमारा रक्त कोष 24 घंटा काम करता है तथा पीड़ित मानवता की सेवा के साथ-साथ आपदा प्रबंधन का भी काम हम लोग पूरी मुस्तैदी से कर रहे हैं।
इस वर्ष के रेड क्रॉस के थीम:- "एवरीथिंग वी डू कम फ्रॉम द हार्ट;" इसी भावना को लेकर पूरी रेड क्रॉस बड़ी तत्परता से कार्य कर रही है,और आने वाले समय में जल्दी हम ब्लड सेपरेटर यूनिट की सेवा जिला में देने के लिए तैयार हो गए हैं। संगोष्ठी को श्री अंगद सिंह श्री महेश प्रसाद सिन्हा, श्री आशीष कुमार सिंह,शेखर जी इत्यादि में संबोधित किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यकारिणी के सदस्य श्री संजय जयसवाल ने किया।