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बिहार
धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष देने वाला मदिर है बक्सर के ब्रह्मपुर स्थित महादेव मंदिर
By Deshwani | Publish Date: 25/6/2023 12:53:42 AM
धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष देने वाला मदिर है बक्सर के ब्रह्मपुर स्थित महादेव मंदिर

पटना। जितेन्द्र कुमार सिन्हा। बिहार के बक्सर जिले में स्थित, बहुत प्रसिद्ध हिंदू धार्मिक जगह है ब्रह्मपुर। ब्रह्मपुर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है। ब्रह्मपुर मुख्य रूप से भगवान शिव के मंदिर की पौराणिक कथा और सावन महीने में पशु मेले के लिए प्रसिद्ध है। वैसे तो बिहार में एक से एक चमत्कारी मंदिर है। ब्रह्मपुर जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर है।


 पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण कर ब्रह्माजी ने शिवलिंग को स्थापित किया था, इसलिए यहां के शिव लिंग को बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ के नाम से जाना जाता है और इस जगह का नाम ब्रह्मपुर पड़ा। इसलिए ब्रह्मपुर चर्चित स्थल में भगवान शंकर के प्रधान तीर्थों में माना जाता है।


ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है, कि इस मंदिर का मुख्य द्वार (दरवाजा) पश्चिम मुखी है, जबकि देश के अन्य शिव मंदिरों का दरवाजा पूर्व मुखी (दिशा) में है।
 इसलिए देश के प्राचीनतम मंदिरों में से यह मंदिर एक है। यह मंदिर अब ब्रह्मपुर धाम से चर्चित है।



शिव महापुराण की रुद्र संहिता में ब्रह्मपुर में स्थित महादेव को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाले मंदिर कहा गया हैं। इस मंदिर को लोग मनोकामना महादेव मंदिर भी कहते है। यह मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग-84 पर पटना-बक्सर मार्ग से एक किलोमीटर की दूरी पर रघुनाथपुर- ब्रह्मपुर मार्ग पर अवस्थित है। यह मंदिर मूल रूप से भगवान शिव को समर्पित है। हालाँकि मंदिर में और अन्य देवी देवताओं की भी पूजा होती है।
 
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