दिल्ली। पशुपालन और डेयरी विभाग ने कल गुवाहाटी में "राष्ट्रीय दूध दिवस 2023" मनाया। यह विशेष दिन "भारत में श्वेत क्रांति के जनक" डॉ वर्गीज कुरियन की जयंती के सम्मान में मनाया जाता है, जो कि हमारे देश में डेयरी क्षेत्र की उपलब्धि और महत्व पर प्रकाश डालता है।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री परशोत्तम रुपाला मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि कृषि, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा मंत्री, असम सरकार, श्री अतुल बोरा; परिवहन, मत्स्य पालन और उत्पाद शुल्क मंत्री, असम सरकार, श्री परिमल शुक्लाबैद्य; पशुपालन एवं पशु चिकित्सा मंत्री, अरुणाचल प्रदेश, श्री तागे ताकी; असम के सांसद और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित हुए।
विजेताओं को सम्मानित करते हुए, केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री रुपाला ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत विश्व में दूध उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी है और वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान बना रहा है। मंत्री ने डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए उद्यमशीलता के प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारा समग्र दृष्टिकोण डेयरी क्षेत्र के घरेलू विकास और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार दोनों को बढ़ावा देने के साथ-साथ देश के युवाओं की अभिनव भावना को पोषित करने की देश की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।