नई दिल्ली। पाटीदारों के आरक्षण, किसानों के लिए ऋण माफ करने आदि मांग को लेकर पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता हार्दिक पटेल आमरण अनशन पर हैं। सोमवार को उनके अनशन का 10वां दिन था। उनके इस अनशन को कई राजनीतिक तथा सामाजिक दलों ने अपना समर्थन दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हार्दिक के समर्थन में उतर आए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाना चाहिए। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाना चाहिए। हार्दिक पटले किसानों के लिए लड़ रहे हैं। सभी किसान व समाज उनके साथ है। ईश्वर उन्हें ताकत दें।'
हार्दिक पटेल ने पुलिस द्वारा अपने समर्थकों पर लाठी चार्ज करने के विरोध में रविवार को एक सरकारी मेडिकल टीम को वापस भेज दिया। हार्दिक पटेल ने अब पानी भी त्याग दिया है।
किसानों की क़र्ज़ माफ़ी होनी चाहिए। हार्दिक पटेल ग़रीब किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। सभी किसान और पूरा समाज उनके साथ है। उनकी तपस्या व्यर्थ नहीं जाएगी। प्रभू उन्हें शक्ति दे।
किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी और आरक्षण की माँग को प्रदेश की सबसे बड़ी पटेल समाज की संस्था एवं कुलदेवी श्री उमिया धाम मंदिर ने भी समर्थन किया,यह तो सिर्फ़ अंगड़ाई है आगे और लड़ाई हैं।धीरे धीरे प्रदेश के हर एक व्यक्ति में संपूर्ण लोक क्रांति की ज्वाला जलेंगे,बुरी ताक़त को ध्वस्त करेंगे
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता पाटीदारों के आरक्षण, किसानों के लिए ऋण माफ करने और अपने सहयोगी अल्पेश कठारिया को रिहा करने की मांग के साथ अनशन पर हैं। रविवार का उन्होंने अपनी वसीयत भी जारी कर दी थी और अपनी आंखें दान करने की घोषणा की।
इस वसीयत के अनुसार, हार्दिक ने अपने माता-पिता, एक बहन, 2015 में कोटा आंदोलन के दौरान मारे गए 14 युवाओं के परिजनों और अपने गांव के पास एक पंजरापोल (बीमार और पुरानी गायों के लिए आश्रय) के बीच अपनी संपत्ति का वितरण किया है और पटेल ने अपनी मृत्यु के बाद अपनी आंखें दान करने की इच्छा व्यक्त की है।