आपातकाल के विरोध में भाजपा आज मनाएगी काला दिवस, मोदी-शाह समेत सभी नेता उतरेंगे मैदान में
नई दिल्ली। आपातकाल के विरोध में भाजपा आज पूरे देशभर में काला दिवस के रूप में मनाने जा रही है। पूरे देश में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में लगाए गए आपातकाल के खिलाफ बीजेपी कांग्रेस को घेरेगी। आज से 43 साल पहले आज के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल का ऐलान किया था।
इस आपातकाल की घोषणा सुबह 8 बजे ऑल इंडिया रेडियो पर लोगों ने इंदिरा गांधी की आवाज जब सुनी तो आंखें खुली की खुली रह गईं। उन्होंने रेडियो पर अपने संबोधन में कहा, 'भाइयों और बहनों, राष्ट्रपति जी ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। इससे आतंकित होने का कोई कारण नहीं है। प्रेसीडेंट ने इमरजेंसी लगा दी है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
तब से लेकर इंदिरा गांधी की चुनाव में शिकस्त और चुनाव जीत के साथ सत्ता में वापसी का लंबा दौर गुजर चुका है। आज 43 साल बाद बीजेपी ने इमरजेंसी के उस काले दौर पर विरोध का नया रंग चढ़ाने की तैयारी की है। कांग्रेस को इमरजेंसी का आईना दिखाने की कवायद जोर-शोर से शुरू हो चुकी है।
खबर के मुताबिक, इस अभियान की कमान भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ही संभालेंगे। शाह गुजरात के अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेन्स करेंगे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह हैदराबाद में, प्रकाश जावेड़कर जयपुर में, जितेंद्र सिंह गुवाहाटी, डॉ. महेश शर्मा चंडीगढ़,धर्मेंद्र प्रधान छत्तीसगढ़, एम जे अकबर कर्नाटक, रविशंकर प्रसाद भोपाल, जे पी नड्डा उत्तराखंड में मौजूद रहेंगे। बाकी मंत्रियों की भी सभी प्रमुख राज्यों की राजधानियों में जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस के दामन पर लगे इमरजेंसी के दाग को बीजेपी आज दिन भर देश भर को दिखाने जा रही है। इस इमरजेंसी विरोधी यज्ञ के हवन में आहूती देने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित तमाम दिग्गज नेता देश भर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद अहमदाबाद में होंगे।
लखनऊ में लोकतंत्र रक्षक सेनानी सम्मान समारोह का आयोजन होगा, जहां मुख्तार अब्बास नकवी और यूपी प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे मौजूद होंगे। इसी तरह मध्य प्रदेश में अनंत कुमार, राजस्थान में प्रकाश जावड़ेकर, उत्तराखंड में जे पी नड्डा और ओडिशा में स्मृति इरानी इमरजेंसी के मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ मोर्चे पर तैनात रहेंगी। आंध्र प्रदेश और कनार्टक में इसकी कमान जनरल वी के सिंह और एम जे अकबर के पास होगी।