चिरैया, राकेश रंजन।
प्रखंड के चिरैया थानाक्षेत्र के खड़तरी पश्चिमी पंचायत के लालबेगिया में स्थित प्रशिद्ध सपही देवी मंदिर में उमड़ी भक्ताें की भीड़। सपही देवी, जिन्हें लोग घोड़ही देवी के नाम से भी जानते है, की पूजा अर्चना के लिए शुक्रवार को अहले सुबह से हीं भक्तों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। देखते हीं देखते मंदिर परिसर से लेकर उसके आसपास के क्षेत्रों में देवी भक्तों की लाखों की संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई।
देवी भक्तों की भीड़ इस कदर उमर पड़ी की मंदिर के निकट से गुजरने वाली मोतिहारी-ढाका स्टेट हाइवे के दोनों साइड छोटी से लेकर बड़ी गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। उसमें भक्तों की भीड़ अलग। रोड पूरी तरह से जाम हो गई। लेकिन इतनी प्रशिद्ध मेला जिसमें भीड़ को स्थानीय प्रशासन ने नजरअंदाज कर दिया। भीड़ को संभालने से लेकर यातायात को व्यवस्थित करने के लिए न पुलिस नजर आई न कोई प्रशासन।
सुप्रसिद्ध सपही देवी माई का मेला प्रत्येक वर्ष वैशाख की पूर्णिमा को लगती है। जहां श्रद्धालु भक्त सपही देवी मंदिर में विराजमान सपही देवी, घोड़ही देवी व बूढ़ी माई की पूजा अर्चना करते हैं। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त खसी व परेवा आदि का बलि चढ़ाते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु भक्त यहां आकर इन देवी माई का दर्शन कर सच्चे मन से पूजा अर्चना करते हैं और मन्नत मांगते है, उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है। इसी आस्था व विश्वास के कारण देवी माई की भक्तों की भीड़ प्रति वर्ष बढ़ती हीं चली जा रही है।
इस मंदिर में चंपारण जिले के आलावे सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली आदि जिलों के साथ-साथ नेपाल व तराई क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त बस, टेम्पू व अपने निजी वाहनों से यहां पहुंच देवी माई की पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर परिसर में खचाखच भीड़ होने के कारण देवी भक्त कुल खेत यानी खाली खेत में बली चढ़ाने का काम करते देखे गए।
प्रसिद्ध मेला होने के कारण आसपास के दर्जनों गांव के लोग अपने परिजनों सहित छोटे-छोटे बच्चों को कांधे पर या साइकिल पर बैठकर खेत के रास्ते भी मंदिर पहुंच रहे थे। जिधर से देखें उधर से हीं भीड़ श्रद्धालुओं की आने का क्रम टूटने का नाम नहीं ले रहा था। वहीं मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की अपार भीड़ लगी हुई थी। वहीं पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालु भक्त मंदिर परिसर में लगे मेले में अपने परिजनों व बच्चों के साथ परसाद व अन्य सामान की खरीदारी भी की।
सपही देवी मंदिर के वर्तमान सरंक्षक व खड़तरी पश्चिमी पंचायत के सरपंच विनोद सहनी ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण मेरे पूर्वजों के द्वारा करवाया गया था। मंदिर की देखभाल और प्रतिदिन की पूजा पाठ की जिम्मेवारी शुरू से हीं मेरे परिवार के लोग हीं करते आ रहें हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में जो भी चढ़ावा या दान चढ़ाया या दिया जाता है उससे देवी माई की पूजा-पाठ, मंदिर का रंगरोगन सहित मंदिर का विकास कार्य आदि पर खर्च किया जाता है।
पूर्व विधायक पवन जायसवाल व जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल के सौजन्य से देवी मां के दर्शन व पूजा-पाठ में आए श्रद्धालु भक्तों के लिए निःशुल्क मेडिकल शिविर व शुद्ध पीने का पानी व चलंत शौचालय का व्यवस्था किया गया था।
दूर दराज से आए हुए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए मंदिर के संरक्षक सह खड़तरी पश्चिमी पंचायत के सरपंच विनोद सहनी सहित पंसस पति जयराम प्रसाद निषाद, पुर्व मुखिया व पैक्स अध्यक्ष मुनानी प्रसाद, धर्मेंद्र सहनी, शिव सहनी, जियालाल सहनी, भोला सहनी, दीनानाथ सहनी, महेश सहनी, रमाकांत सहनी, संजय शर्मा, रामेश्वर पंडित, मंकेश्वर पंडित, भिखारी प्रसाद, विश्वनाथ प्रसाद, राजन जायसवाल सहित दर्जनों कार्यकर्ता लगे रहे।