ब्रेकिंग न्यूज़
इस बार का चुनाव मेरे लिए चुनाव है चुनौती नहीं: राधा मोहन सिंहMotihati: सांसद राधामोहन सिंह ने नामांकन दाखिल किया, कहा-मैं तो मोदी के मंदिर का पुजारीमोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात की
बिज़नेस
2.88 लाख करोड़ रुपए का कर्ज सरकार बाजार से जुटाएगी
By Deshwani | Publish Date: 27/3/2018 2:26:50 PM
2.88 लाख करोड़ रुपए का कर्ज सरकार बाजार से जुटाएगी

 नई दिल्ली। 2.88 लाख करोड़ रुपए का कर्ज सरकार अगले वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही (सितंबर- अप्रैल) के दौरान बाजार से जुटाएगी। यह बजट में तय सकल लक्ष्य का 47.56 प्रतिशत है। हालांकि इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में सरकार का सकल ऋण 3.72 लाख करोड़ रुपए रहा था।

 
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने यह जानकारी देते हुए कहा कि सरकार मुद्रास्फीति सूचकांक से जुड़े बांड जारी करेगी। ये उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित या खुदरा मुद्रास्फीति से जुड़े बांड होंगे। इसके अलावा एक से चार साल की अवधि की सरकारी प्रतिभूतियां भी जारी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 में सरकारी प्रतिभूतियों के जरिए कुल मिलाकर 6.05 लाख करोड़ रुपए जुटाने का अनुमान है। इसका इस्तेमाल 3.3 प्रतिशत के राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
 
गर्ग ने कहा, ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि ‘ओवरड्राफ्ट’ के बिना हम सभी खर्चों को पूरा कर सकेंगे।’’ अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही में सकल बाजार ऋण बजट लक्ष्य का 47.56 प्रतिशत रहेगा, जो पिछले पांच साल के 60 से 65 प्रतिशत के औसत की तुलना में काफी कम है। गर्ग ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में सरकारी प्रतिभूति की वापसी-खरीद  घटकर 25,000 करोड़ रुपए रह जाएगी। इसके अलावा सरकार राजकोषीय घाटे की भरपाई के लिए राष्ट्रीय लघु बचत कोष (एनएसएसएफ) से एक लाख करोड़ रुपए निकालेगी, जो चालू वित्त वर्ष की तुलना में 25,000 करोड़ रुपए अधिक होगा। गर्ग ने कहा कि इससे पूरे वित्त वर्ष के दौरान सरकार के बाजार से लिए जाने वाले ऋण को कम रखा जा सकेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या इसमें 50,000 करोड़ रुपए तक कमी आ सकती है, गर्ग ने कहा कि ऐसा होना चाहिए।   
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS