बिहार
औरंगाबाद के उपहारा थानाध्यक्ष को निगरानी टीम ने गिरफ्तार किया, दुष्कर्म आरोपित से 20 हजार रुपये घूस लेने का आरोप
By Deshwani | Publish Date: 24/8/2023 6:11:40 PMऔरंगाबाद। पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने गुरुवार को औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड के उपहारा थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है। निगरानी विभाग का कहना है कि थानाध्यक्ष को 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। निगरानी के अनुसार गिरफ्तार थानाध्यक्ष ने हमीदनगर गांव में दुष्कर्म मामले में आरोपित का नाम हटाने के लिए रिश्वत की मांग की थी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक लड़की के अपहरण मामले में प्राथमिकी से तीन आरोपितों के नाम हटाने के लिए थानेदार पैसा ले रहे थे। निगरानी टीम ने इसकी जानकारी औरंगाबाद पुलिस को नहीं दी है। निगरानी की टीम उपहारा थानाध्यक्ष को अरवल ले जाकर पूछताछ कर रही है। औरंगाबाद जिले में थानेदार को रिश्वत लेते गिरफ्तार करने का यह पहला मामला नहीं है इससे पूर्व भी कई थानाध्यक्ष को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि थानेदार गुप्ता ने सनोज को थाने के समीप पैसे लेकर बुलाया था। सनोज से पैसे लेकर थानेदार जैसे ही अपने सरकारी आवास में गया, पीछे से विजिलेंस टीम एक सदस्य कमरे में पहुंच गए। थानेदार की पत्नी को तुरंत शक हो गया, पत्नी ने तत्काल रुपए के बंडल को खिड़की से बाहर फेंक दिया और शोर मचाने लगी। शोर सुन सभी पुलिस वाले इकट्ठा हो गए। इससे पहले की बात और बढ़ती विजिलेंस टीम के अन्य सदस्य भी थाना परिसर में आ पहुंचे। परिचय के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस टीम थानेदार को विजिलेंस के हवाले नहीं सौंप रही थी। काफी मशक्कत के बाद विजिलेंस में थानेदार को अपनी गिरफ्त में लिया।
मिली जानकारी के अनुसार औरंगाबाद के हमीद नगर निवासी नरेश चौधरी ने अपनी बेटी रेणु कुमारी के अपहरण का केस दर्ज कराया था, जिसमें गांव के ही एक ही परिवार के पांच लोगों को आरोपित किया था। इनमें सत्यनारायण चौधरी, सनोज चौधरी, मनोज चौधरी के नाम शामिल हैं। केस से नाम हटाने के लिए सनोज चौधरी से थाना अध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता ने 20 हजार रुपयों की मांग की थी। सनोज ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की, इसके बाद थानेदार को घूस लेते विजिलेंस की टीम ने गुरुवार को दबोच लिया।