बिहार
क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर प्रतिनियुक्त शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को उपलब्ध नही हैं आवश्यक सुविधा
By Deshwani | Publish Date: 14/5/2020 10:02:57 PMसमस्तीपुर। उमेश काश्यप। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय एवं महासचिव सह पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने गुरुवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर प्रतिनियुक्त शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष को सुरक्षात्मक सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार से मांग की। संघ के महासचिव श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि वैश्विक आपदा कोरोना महामारी से बचाव हेतु सूबे बिहार के जिलों में शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष की प्रतिनियुक्ति की जा रही है।
राज्य के अधिकांश जिलों से सूचनाएं प्राप्त हो रही है कि इस कोरोना वायरस से बचाव हेतु नियोजित माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की प्रतिनियुक्ति वाले क्वॉरेंटाइन सेंटर पर जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। साबुन,ग्लब्स, मास्क, सैनिटाइजर की अनुपलब्धता के अलावे न मछरदानी की व्यवस्था, न ही भोजन और न उचित ठहराव की व्यवस्था के कारण कोरोना योद्धाओं पर जान की खतरा बनी हुई है।
जबकि सेंटर पर प्रतिनियुक्त शिक्षकों के द्वारा जिला प्रशासन से बार बार सुरक्षात्मक सामग्री एवं अन्य आवश्यक सुविधा मुहैया कराने का अनुरोध किया जा रहा है किंतु अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। इस आशय की जानकारी देते हुए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य सह युवा नेता सिद्धार्थ शंकर ने बताया कि सबसे अहम बात है कि शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 12 घंटे से 24 घंटे तक के लिए की गई है।
उक्त प्रतिनियुक्त कर्मियों को राज्य सरकार के द्वारा केंद्र सरकार की भांति 50 लाख के बीमा के प्रावधान नहीं किया गया है जिसके कारण शिक्षक और भी आशंकित हैं। और तो और प्रतिनियुक्त कर्मियों को अधिक दूरी पर लॉकडाउन के कारण घर से बाहर निकलने और आने जाने में काफी कठिनाई इसीलिए हो रही है कि यात्री को उसने जाने की अनुमति नहीं है। इसके मद्देनजर वैसे प्रतिनियुक्ति कर्मियों को मुक्त किया जाए । क्वॉरेंटाइन सेंटर के निकटवर्ती अलग-अलग पंचायत, प्रखंड जिला परिषद के अंतर्गत स्थायी निवास करने वाले को इस कार्य में लगाने में कठिनाई नहीं होगी परन्तु उन्हें भी अपने घर से जिला प्रशासन को सुरक्षित लाने ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देकर तुरंत आदेश निर्गत करना अपेक्षित है।