मोतिहारी अभियंत्रण महाविद्यालय में प्राध्यपकों पर हमला व तोड़फोड़, कॉलेज छात्रों के विरूद्ध एफआईआर, कॉलेज व होस्टल में अगले आदेश तक छुट्टी
मोतिहारी। इंजीनियरिंग कॉलेज मोतिहारी में कई प्राध्यापकों पर जानलेवा हमला किया गया है। संस्थान के कमरों व खिड़कियों को तोड़कर संस्थान की संपत्ति को क्षति पहुंचाई गई है। उपस्करों व सामग्रियों की चोरी भी गई है।
कॉलेज के प्राचार्य ने महाविद्यालय के करीब एक दर्जन छात्रों पर ऐसा आरोप लगाते हुए मुफस्सिल थाने में एफआईआर दर्ज कराई है और अगले आदेश तक कॉलेज के पाठन-पाठन को स्थगित करने के आदेश दिए हैं। इसके पहले उन्होंने हॉस्टल को खाली करा दिया है।
बताया जा रहा है कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना द्वारा आयोजित सेमेस्टर की परीक्षा में ढील नहीं देने से आक्रोशित छोत्रों ने तोड़फोड़ व प्राध्यापकों पर हमला बोला है। प्राचार्य ने बताया है कि छात्रों ने परीक्षा समाप्ति के बाद 25 फरवरी को भी हमला किया। पुन: 26 फरवरी को भी वीक्षण कार्य में लगे प्राध्यपकों पर भी जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें कई प्राध्यपक घायल हो गए हैं। पहले दिन हमला करने के आरोप में 6 छात्रों को नामित किया गया है। जबकि दूसरे दिन के हमले के लिए 4 छात्रों का नाम एफआईआर में दिया गया है। जबकि कई छात्र अज्ञात बताए गए हैं। जिन्होंने अपने-अपने चेहरों को गमझों से बांधकर छुपा रखा था।
कॉलेज को पहुंचाई गई भारी क्षति-
महाविद्याल के प्राचार्य ने मुफस्सिल थाने को दिए अपने लिखित आवेदन में कहा है कि 25 तारीख को सेमेस्टर की परीक्षा की समाप्ति के बाद शाम 7 बजे छात्रों ने अचानक हमला बोल दिया। जिसमें 1. छात्र नितेश कुमार, 2. नीतीश कुमार 3. अादित्य आनंद कुमार, 4. अग्निमेश कुमार, 5. अंकुश कुमार, 6.रोहित कुमार ने कॉलेज के कमरों में तोड़फोड़ की। खिड़कियों के शीशे तोड़ डाले, उपकरणों की चोरी भी कर ली।
प्राध्यपकों पर भी किया जानलेवा हमला-
प्राचार्य ने पुलिस को बताया है कि 26 फरवरी को कॉलेज के प्राध्यपक जब कॉलेज से जाने लगे तक छात्रों ने कॉलेज गेट पर घेरकर प्रो तन्मय रथ, सहयक प्राध्यापक प्रो नीतीश कुमार यादव, प्रो संदीप कुमार, प्रो मुकुल कुमार व अतिथि प्राध्यापक के कुमार साथ गाली गलौज करते हुए जानलेवा हमला बोल दिया। हमले में शामिल छात्रों में 1. रौशन कुमार, 2. मुकुन्द कुमार, 3. शुभम कुमार, 4. मनीष कुमार शामिल थे। इसके अलाव कई अन्य छात्रों ने गमझा से अपने चेहरों को छुपा रखा था। जिनकी पहचान सीसीटीवी से की जा रही है।