हत्या, लूट व रंगदारी मामले में पेशी के दौरान 15 वर्षों से फरार कमरुद्दीन को नासिक से पुलिस ने गिरफ्तार कर मोतिहारी लाया
मोतिहारी। पूर्वी चम्पारण में लूट हत्या और रंगदारी के दो दर्जन से अधिक मामलों में पिछले 15 वर्षों से फरार कुख्यात कमरुद्दीन अंसारी को पुलिस ने महाराष्ट्र के नासिक से गिरफ्तार किया है। कमरूद्दीन कोर्ट में पेशी के दौरान न्यायलय परिसर से फरार होने में सफल हो गया था। तभी से पुलिस इसकी तलाश में थी।
पुलिस उसे नासिक से गिरफ्तार कर मोतिहारी ले आई है। बताया गया है कि वह नासिक में ट्रेवेल एजेंट के रूप में काम कर रहा था। कमरुद्दीन अंसारी उर्फ आमीर हुसैन उर्फ कमरुद्दीन तुरकौलिया के सरिसवा गांव का निवासी है।
कुख्यात कमरुद्दीन मियां मुम्बई के एक मासूम के अपहरण के मामले में जेल से हाल में ही बाहर आया था। जो मोतिहारी सिविल कोर्ट से 2002 में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर मुम्बई भाग गया था। जिसके बाद से पुलिस इसकी तलाश कर रही थी।
पुलिस के अनुसंधान विभाग की टीम ने इसे मुम्बई पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लाया है। जिसपर पूर्वी चंपारण के मोतिहारी नगर के अलावे तुरकौलिया अरेराज हरसिद्धि थाना में लूट हत्या और रंगदारी के मामले दर्ज है। कमरुद्दीन 2002 के पहले तेजी से व्यवसायी प्रतिष्ठानों पर रंगदारी के लिये बम फोड़ दहशत मचाने के लिये माहिर मन जाता था।
अपराध की दुनिया मे आने के पूर्व मोटरसाइकिल मिस्त्री हुआ करता था। बाद में अपराध करने लगा। व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के बाद कुख्यात हुआ था।
इस दौरान इसने एक के बाद एक करीब दो दर्जन से अधिक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था। इस दौरान पकड़े जाने के बाद 2002 में पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से फरार हो गया था।
एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि वैज्ञानिक अनुशंधान टीम ने इसे मुम्बई पुलिस के सहयोग से गिरफयर कर लाया है।
गिरफ्तार के लिए छापेमारी टीम में तुरकौलिया थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार, तकनीकी सेल के मनीष कुमार, चिरंजीवी व हरसिद्धि थाना के पंकज कुमार व विजय कुमार शामिल थे।