बिहार
रक्सौल एयरपोर्ट को विकसित करने के प्रस्ताव पर एयरपोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने पीएमओ को भेजा अपना जवाब
By Deshwani | Publish Date: 10/10/2020 8:54:40 PMरक्सौल। अनिल कुमार। एयरपोर्ट को विकसित किये जाने के मामले में एयरपोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) कॉर्पोरेट हेडक्वार्टर के जेनेरल मैनेजर (प्लानिंग) ने अपना जवाब पीएमओ को सौंप दिया है। यह जानकारी पीएमओ ने बीते 5 अक्टूबर को अपीलकर्ता डॉ. स्वयंभू शलभ को मेल के जरिये दी है।इससे पूर्व गत 1 सितंबर को डॉ. शलभ के पत्र के आलोक में इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कैबिनेट सेक्रेटरी एवं पार्लियामेंट अफेयर्स के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भेजा गया था प्रस्ताव ने भारत नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल एयरपोर्ट लंबे समय से अपने उद्धार की प्रतीक्षा करने का उल्लेख है।
बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्याप्त भूमि और सभी प्रकार के विमानों के लिए रनवे उपलब्ध होने के बावजूद यह एयरपोर्ट बंद और उपेक्षित पड़ा है।अंतराष्ट्रीय महत्व के इस शहर में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों सर्विस की आवश्यकता है ताकि इस क्षेत्र के विकास को गति मिल सके। भारत और नेपाल दोनों देश के लोगों के लिए देश विदेश की हवाई यात्रा सुगम हो सके।उन्होंने अपनी अपील में बताया कि भारत नेपाल सीमा का मुख्य प्रवेश द्वार होने के कारण नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने वाले पर्यटक पहली बार यहीं भारत दर्शन करते हैं।
बिहार के इस भूभाग में कई दर्शनीय स्थल हैं जो पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं लेकिन एयरपोर्ट की कमी के कारण यहां टूरिज्म इंडस्ट्री विकसित नहीं हो पाती। इस क्षेत्र की विशेषता की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए अपने प्रस्ताव में आगे लिखा कि दिल्ली और काठमांडू को जोड़ने वाले लाइफलाइन पर स्थित रक्सौल एयरपोर्ट को विकसित करने से देश दुनिया के साथ इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और यहां इंटरनेशनल टूरिज्म विकसित होगा। इस क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा। इंडस्ट्री और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इस सीमा क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।