बिहार
रक्सौल के आरपीएफकर्मी राकेश ने दिए अपनी इमादारी के सबूत, गहनों से भरा बैग महिला यात्री को खोजकर दिलवाया
By Deshwani | Publish Date: 12/5/2019 8:36:47 PMरक्सौल। अनिल कुमार।
आरपीएफ सिर्फ रेलवे की सुरक्षा ही नहीं करते। इन्हें यात्रियों की धन संपत्ति की सुरक्षा की चिंता रहती है। रक्सौल स्थित आरपीएफ कर्मी राकेश कुमार यादव को रविवार के दिन एक यात्री का गहनों से भरा एक बैग लावारिस स्थिति में मिला।
उन्होंने उस यात्री की बहुत खोज की। जब कोई नहीं मिला तो उन्होंने उसे अपने वरीय पदाधिकारी को सौंप दिया। इतना ही नहीं उन्होंने राकेश यादव व आरपीएफ पोस्ट कमांडर राजकुमार ने बैग में रखे मोबाइल नं से संपर्क कर बैग के मालिक की खोज कराई। फिर सत्यापन के बाद उस बैग को मालिक के हवाले किया गया। बैग में करीब सवा लाख के आभूषण थे। महिला यात्री ने आरपीएफ पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई दी है।
ट्रेन में छूटा पैसेंजर के आभूषण और कपड़ा आरपीएफ ने सही सलामत लौटाया। इसकी जानकारी देते हुए आरपीएफ पोस्ट के पोस्ट कमान्डर राजकुमार ने बताया कि रविवार को सुबह 9.50 बजे आरपीएफ कान्सटेबल राकेश कुमार यादव अपने ड्यूटी पर थे। प्लेटफार्म संख्या तीन पर नरकटियागंज से रक्सौल आनेवाली 55586 नंबर के ट्रेन को उन्होंने चेक किया। इस दौरान ट्रेन से एक लावारिस प्लास्टिक का झोला मिला। काफी पूछताछ करने पर किसी पैसेजर ने उस झोला को अपना नही बताया तो कांउसटेबल राकेश ने उस झोला को आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज राजकुमार को सौंप दिया। जहाँ झोला के समान को चेक किया जिसमे सोना के कान का टौप दो पीस ,नाक का कील दो पीस,नाक का नथिया दो पीस,मांग टीक एक पीस के साथ पुराना कपड़ा पाया गया।
जिसकी अनुमानित कीमत 1लाख बीस हजार रुपये आँकी गयी है। उक्त झोला में एक कागज का टूकड़ा मिला जिसपर मोबाईल नंबर लिखा हुआ था। जिसपर संपर्क करने पर पश्चिम चम्पारण जिला के थान सिकटा के मिश्री टोला निवासी जिउत पासवान ने बताया कि उनकी बहन तेतरी पिता राजकुमार पासवान का झोला उक्त ट्रेन में छूट गया है। जिसके बाद जिउत पासवान और तेतरी कुमारी को आरपीएफ पोस्ट में बुलाकर सत्यापन कर उन्हे गहना कपड़ा वाला झोला वापस किया गया।।