मधुबनी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ पीडि़तों को आश्वस्त किया है कि एक सप्ताह के अंदर सभी पीडि़त परिवारों को सहायता की रकम मिल जाएगी। घर गिरने, फसल क्षति मुआवजा, सड़क मरम्मत कार्य में भी गति आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पीडि़त परिवार को छह हजार रुपये आरटीजीएस के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। इस मद में 24 सौ करोड़ रुपये जिलों को भेजे जा चुके हैं। सूबे के 38 लाख परिवार प्रभावित हैं। सबकी मदद की जाएगी।
नीतीश ने कई जिलों में भीषण बाढ़ आने की चर्चा करते हुए कहा कि पर्यावरण से मानव के गलत छेड़छाड़ से यह स्थिति आई। हमें कुदरत की चेतावनी को समझना होगा। उन्होंने राजद का नाम लिए बगैर इशारों में कहा कि भ्रष्टाचार से किसी भी कीमत पर समझौता गवारा नहीं। चाहे जो खामियाजा भुगतना पड़े।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को पंडौल प्रखंड के सरिसवपाही स्थित लक्ष्मीश्वर एकेडमी में सभा को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि ज्ञान भूमि पर आकर चमत्कृत हूं। न्याय दर्शन के उद्भट विद्वान महामहोपाध्याय भवनाथ मिश्र ( अयाची मिश्र) और तत्कालीन महादलित प्रसव सेविका के आख्यान प्रेरणादायक हैं।
इससे पूर्व सीएम ने महामहोपाध्याय भवनाथ मिश्र प्रसिद्ध 'अयाची' और तत्कालीन महादलित प्रसव सेविका की प्रतिमाओं का अनावरण किया। उन्होंने सिद्धेश्वरी भगवती, सिद्धेश्वरनाथ महादेव की पूजा-अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ा है, अब गुणवत्ता सुधारनी है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का पूरा लाभ उठाने की अपील की।
सीएम ने कहा कि पूर्व से जारी मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना भी चलती रहेगी। नीतीश ने कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में फ्री वाइफाइ के सदुपयोग की सलाह दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल के अंत तक प्रत्येक गांव बिजली से जुड़ जाएगा। अगले साल प्रत्येक घर को कनेक्शन मुहैया करा दिया जाएगा।