बिहार
नहाय खाय के साथ शुरू हुआ छठ का महापर्व, लोगों में दिख रहा भारी उत्साह
By Deshwani | Publish Date: 31/10/2019 2:34:41 PMपटना। बिहार में सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ आज से शुरू हो गया। लोकआस्था के महापर्व छठ के पहले दिन व्रती स्त्री एवं पुरुष ने अंत:करण की शुद्धि के लिए नहाय-खाय के संकल्प के तहत नदियों-तालाबों के स्वच्छ जल में स्नान करने के बाद अरवा भोजन ग्रहण कर इस व्रत को शुरू किया। परिवार की सुख-समृद्धि तथा कष्टों के निवारण के लिए किए जाने वाले इस व्रत की एक खासियत यह भी है कि इस पर्व करने के लिए किसी पुरोहत अथवा पंडित की आवश्यकता नहीं होती है।
छठ के दूसरे दिन महिलाएं एवं पुरुष व्रती कल एक बार फिर नदियों अथवा तालाबों में स्नान करने के बाद अपना उपवास शुरू करेंगे। दिनभर के निर्जला उपवास के बाद व्रती सूर्यास्त होने पर भगवान सूर्य की पूजा कर एक बार ही दूध और गुड़ से बनी खीर ग्रहण करेंगे। इसके बाद जब तक चांद नजर आयेगा तभी तक वह जल ग्रहण कर सकेंगे और उसके बाद से उनका करीब 36 घंटे का निराहार-निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा।
इस महापर्व के तीसरे दिन व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़े होकर प्रथम अर्घ्य अर्पित करेंगे। व्रतधारी अस्त हो रहे सूर्य को फल और कंद मूल से अर्घ्य अर्पित करते हैँ। पर्व के चौथे और अंतिम दिन नदियों और तालाबों में उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा। दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के पश्चात ही श्रद्धालुओं का करीब 36 घंटे का निराधार व्रत समाप्त होता है और वे अन्न-जल ग्रहण करते हैँ।
राजधानी पटना समेत राज्य के सभी जिलों में स्थानीय प्रशासन ने छठ पर्व को लेकर मुख्य सड़कों और घाटों के संपर्क पथ पर निर्बाध रोशनी और साफ-सफाई रखने का निर्देश दिया है। वहीं अग्निशमन दस्ते और आपातकालीन चिकित्सा सुविधा के लिये चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश दिये गये हैं। पुलिस अधिकारियों को असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने का आदेश दिया गया है। पटना में छठ व्रतियों के लिये गंगा घाटों को साफ सुथरा और सजाने के काम में विभिन्न इलाकों की छठ पूजा समितियों और स्वयं सेवक लगातार लगे हुए हैं।