बेतिया से उपेन्द्र नाथ तिवारी की रिपोर्ट।
सूबे के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को पुलिस कार्यालय में जिलेभर के थानेदारों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बिहार के पुलिस महानिदेशक श्री पांडेय शनिवार की रात पश्चिमी चंपारण के बेतिया पहुंचे थे।
बैठक के दौरान उन्होने जिले में आपराधिक घटनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के बाद डीजीपी ने बताया कि सभी अधिकारियों को जिले में शांतिव्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया गया है।
बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय शनिवार की रात पश्चिमी चंपारण के बेतिया पहुंचे थे। इसके साथ ही डीजीपी ने आज सुबह से ही कई थानों का निरीक्षण किया। डीजीपी के साथ जिले के एसपी, चंपारण रेंज के डीआईजी भी मौजूद थे। इसी कड़ी में गुप्तेश्वर पांडेय आज सुबह अचानक शिकारपुर थाना पहुंच गये और वहां कुछ लोगों से बातचीत की। करीब 10 मिनट थाना में रहने के बाद वे रामनगर के लिए निकल गये हैं।
माना जा रहा था कि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय रविवार की सुबह से ही इंडो-नेपाल के सीमाई थानों का निरीक्षण कर रहे हैं। यहां सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद वे बेतिया में पुलिस पदाधिकारियों और थानाध्यक्षों के साथ मीटिंग भी करेंगे। जरूरी निर्देश भी देंगे।
इससे पूर्व शनिवार की रात्रि करीब दो बजे वे अचानक इनरवा थाने में पहुंच गए। उनके साथ एसपी जयंतकांत भी थे। डीजीपी को देख थाना के पुलिस पदाधिकारी हैरत में पड़ गए। बगैर पूर्व सूचना के थाने में डीजीपी का आगमन ने सबों को परेशान कर दिया। हालांकि डीजीपी ने इनरवा थाने की स्टेशन डायरी, एफआइआर पंजी, गुंडा पंजी का निरीक्षण किया। डीजीपी ने ओडी ऑफिसर से पूछताछ की। थाने के पदाधिकारियों और सिपाही की ड्यूटी पंजी देखी। मौजूदा पदाधिकारियों से पूछा कि थाने में किस स्तर के कितने पदाधिकारी हैं? सिपाहियों की संख्या कितनी है? डीजीपी ने मौके पर मौजूद एसपी को निर्देश दिया कि वे भी रात में थानों का औचक निरीक्षण करें। उसके बाद डीजीपी मानपुर की ओर निकल गए। उन्होंने मानपुर के एक फार्म हाउस में ही रात्रि विश्वास विश्राम किया।
अपराधिक घटनाओं की समीक्षा के साथ हीं साथ उन घटनाओं में कमी लाने के लिए भी अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये है। उन्होंने बैठक में पुलिस और पब्लिक के बीच संबंध पर जोर देते हुए कहा कि पुलिस को जनता के साथ बेहतर संबंध स्थापित करना चाहिए। जिससे आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लग सके। डीजीपी श्रीपांडेय ने बताया कि पुलिस पदाधिकारियों को लाॅ एंड आॅर्डर बनाये रखने का टास्क दिया गया है। इसके साथ हीं अपराध का अनुसंधान कांडों के निष्पादन और आनेवाले दिनों में होनेवाले पर्व त्योहार में विधि व्यवस्था ओर सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने की हिदायत दी गयी है। विशेष कर दशहरा पूजा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए आवश्यक कदम भी उठाने को कहा गया है।
डीजीपी ने भूमि विवादों को लेकर होनेवाले आपराधिक वारदातों पर भी नजर रखते हुए उसे सुलझाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अपने-अपने थानों में अंचल के अधिकारी के साथ बैठकर भूमि विवाद के मामलो का निष्पादन करने का काम करेेें। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारियों को 15 दिन का टास्क दिया गया है। जिसका असर आज से ही दिखना चाहिए। बैठक के दौरान डीजीपी ने काम में अग्रणी रहनेवाले थानेदारों की सराहना की तो कार्य में उदासीन रहनेवाले थानेदारों को हड़काया भी।
बैठक में चंपारण रेंज के डीआईजी ललन मोहन प्रसाद, पुलिस अधीक्षक जयंतकांत, बगहा एसपी राजीव रंजन, एएसपी अभियान शिवकुमार राव, एसडीपीओ पंकज कुमार रावत, सूर्यकांत चैबे के अलावे अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं थानेदार भी उपस्थित रहे। इसके पूर्व डीजीपी के पुलिस कार्यालय पहुंचने पर पुलिस जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।
#DGP#Bihar#Gupteshwar_Pandey#Bettiah