पटना। बिहार में कला संस्कृति के विकास को लेकर आज प्रदेश के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने केंद्रीय कला संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने विस्तार से चर्चा की। चर्चा के बाद केंद्रीय मंत्री ने मंत्री प्रमोद कुमार से कला व संस्कृति को लेकर एक प्रस्ताव मांगा। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बिहार सरकार की मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया और केंद्रीय योजनाओं को बिहार में लागू करने का आग्रह भी किया।
उन्होंने संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की योजनाएं - कला और संस्कृति के प्रोत्साहन के लिए वित्त सहायता, रेपर्टरी अनुदान,राष्ट्रीय महत्व के सांस्कृतिक संगठनों को वित्तीय सहायता, सांस्कृतिक समारोह और निर्माण अनुदान (सीएफपीजी), हिमालय क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और विकास के लिए वित्तीय सहायता, बौद्ध/तिब्बत संस्कृति और कला के विकास के लिए वित्तीय सहायता, कलाकार पेंशन और चिकित्सा सहायता स्कीम, कला और संस्कृति के प्रचार के लिए छात्रवृत्ति और फैलोशिप की योजना, संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कलाकारों को वरिष्ठ और कनिष्ठ अध्येतावृत्ति, विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्रों में युवा कलाकारों को छात्रवृत्ति पर भी विस्तार से चर्चा की।
इसके अलावा दोनों मंत्रियों ने टैगोर राष्ट्रीय सांस्कृतिक शोध अध्येतावृत्ति, सांस्कृतिक भूमिका रूप व्यवस्था के निर्माण के लिए सहायता योजना, स्टूडियो थिएटर सहित बिल्डिंग अनुदान के लिए वित्तीय सहायता, टैगोर संस्कृतिक परिसर (टीसीसी) वित्तीय सहायता, संग्रहालय अनुदान योजना, क्षेत्रीय राज्य और जिला स्तर में संग्रहालयों की विकास और स्थापना, संग्रहालय का डिजिटाइजेशन, संग्रहालय पेशेवरों की क्षमता निर्माण और ट्रेनिंग, विज्ञान की संस्कृति के संवर्धन की स्कीम, विज्ञान शहर, विज्ञान केंद्र, इनोवेशन हब, मौजूदा विज्ञान शहरों/ केंद्र/ अभिनव केंद्र विज्ञान का आधुनिकीकरण/ उन्नयन, अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंधों के प्रचार के लिए योजना, विदेशों में महोत्सव, इंडो विदेशी मैत्री सांस्कृतिक समाज योजना की सहायता में अनुदान और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की रक्षा और भारत की विधि और भारत की विभिन्न सांस्कृतिक परंपराएं की योजना पर भी चर्चा हुई।