विपक्षियों पर सुशील कुमार ने साधा निशाना, भाजपा-जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षों की मुलाकात सद्भावपूर्ण रही
पटना। अमित शाह के बिहार दौरे और एनडीए के सीट शेयरिंग फॉर्मुले के बाद सियासत गर्म हो गई है। विपक्ष अभी भी एनडीए की मजबूती को खतरे में बता रहा है। वहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट के जरिए विपक्षियों पर हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि भाजपा-जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षों की मुलाकात इतनी सद्भावपूर्ण रही कि दोनों दलों की एकता नई ऊंचाई पर पहुंची और 2019 के चुनाव में मिशन-40 की सफलता के लिए मिल कर काम करने का संदेश बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं तक पहुंचा है।
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि यूपीए सरकार के 10 साल में 12 लाख करोड़ के घोटालों के लिए जम्मेदार कांग्रेस ने रेलवे के होटल के बदले जमीन लेने के मामले में लालू प्रसाद का बचाव किया और पिछले साल जब 26 साल की उम्र में 26 सम्पत्ति के मालिक बनने वाले तेजस्वी यादव से बिंदुवार जवाब मांगा गया, तब राहुल गांधी ने एक ईमानदार मुख्यमंत्री का साथ नहीं दिया। कांग्रेस अब नीतीश कुमार को साथ रखने का अवसर चूकने पर विलाप कर रही है।
अमित शाह के बिहार दौरे के बाद भी कहा जा रहा था कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है लेकिन अब सुशील कुमार मोदी ने खुद साफ कर दिया है कि सबकुछ ठीक है। माना जा रहा है कि 40 लोकसभा सीट में 16-16 सीटे बीजेपी और जेडीयू के खाते में जाएगी और 6 सीट लोजपा और 2 सीट आरएलएसपी के खाते में जा सकती है। अगर आरएलएसपी गठबंधन से बाहर भी निकल जाती है तो बीजेपी और जेडीयू दोनों 17 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं।
सुशील कुमार मोदी के ट्वीट पर भी बिहार में राजनीति शुरू हो गई है। आरजेडी प्रवक्ता भाई विरेंद्र ने कहा है कि अमित शाह महागठबंधन के विस्तार से घबरा कर समझौता करने आये थे। वो बस पिकनिक मनाने आये थे। जिस तरीके से नीतीश सेवा में लगे है उससे साफ हो गया है कि उनसे ज्यादा टीटीएम कोई नहीं करता।
नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश के दो दांत है दिखाने को अलग खाने के अलग। कहते है सदभाव बिगाड़ने वाले पर करवाई करेंगे। पर वही गिरिराज सिंह को साथ रखते है। जो हर दिन सामाजिक सदभाव बिगाड़ने का काम करते हैं.