भागलपुर मामला: अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत ने कहा, मैं न्यायालय की शरण में हूं
भागलपुर। भागलपुर में दंगा भड़काने के मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत ने कहा, मैं न्यायालय की शरण में हूं। मैं समाज के बीच में हूं। ज्ञात हो कि भागलपुर की एक स्थानीय अदालत ने अरिजित शाश्वत एवं आठ अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है। अरिजित पर पिछले हफ्ते भागलपुर जिले में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है।
रिजित शाश्वत ने कहा कि मुझे आत्मसमर्पण क्यों करना चाहिए? कोर्ट वारंट जारी करता है लेकिन अदालत आश्रय भी देती है। एक बार जब आप अदालत में जाते हैं तो आप केवल वही करेंगे जो वह आपके लिए तय किया गया होता है। अगर पुलिस मुझे गिरफ्तार करने के लिए आती है तो मैं वहीं करूंगा जो वो कहेंगे। मैंने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर रखी है। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने नाथनगर पुलिस की ओर से दायर अर्जी पर वॉरंट जारी किया। पुलिस ने इस सिलसिले में दर्ज दो प्राथमिकियों में से एक में नामित नौ लोगों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
अतिरिक्त लोक अभियोजक( एपीपी) वीरेश मिश्रा ने बताया, ‘‘ अभय कुमार घोष, सोनू, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, संजय भट्ट, सुरेंद्र पाठक, अमित लाल साह और प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ भी वॉरंट जारी किया गया।’’ भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस को अदालत के आदेश की प्रति मिली है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
हिंदू नव वर्ष की पूर्वसंध्या पर भारतीय नव वर्ष जागरण समिति की ओर से झांकी निकाली गई थी। इस झांकी के दौरान जिले के नाथनगर पुलिस थाना क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया था। इस घटना में दो पुलिसकर्मी सहित कुछ अन्य लोग जख्मी हो गए थे। भागलपुर की घटना पर विरोध जताते हुए विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने पिछले हफ्ते बिहार विधानसभा की कार्यवाही ठप कर दी थी। दोनों पार्टियों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।