बिहार
संजय कुमार सिन्हा हत्याकांड: विधवा की मदद को आगे आये एसपी
By Deshwani | Publish Date: 16/3/2018 1:07:09 PMबेगूसराय। कहने के लिए तो कुछ भी कह सकते है कि पुलिस सिर्फ नाम के होते हैं उनके लिए हत्याकांडों का सामना सामान्य बात सी हो गई है। पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजन को सौंप दिया। परिजन जीवन भर कानूनी कार्रवाई के पचरे में फंसते रहने के लिए छोड़ देना। अपराधी पकड़े गए तब भी ठीक, नहीं पकड़ा तो कोई बात नहीं। यह तो रोजमर्रे की बात है। एक एसपी इसके लिए फिक्र क्यों करे। लेकिन संजय कुमार सिन्हा की हत्याकांड ने एसपी आदित्य कुमार को फिक्र करने पर मजबूर कर दिया। इस मामले में गिरफ्तार अपराधी ने जब पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि संजय की हत्या सिर्फ दहशत फैलाने के लिए की गई थी।
हत्या के लिए जेल के निकट का स्थल इसलिए चुना गया था कि उसके आका को जेल के अंदर बंद रहने पर भी गोली की आवाज सुनाई दे। मकसद हत्या के बाद सरकार एसपी आदित्य कुमार का तबादला कर दें। उस वक्त संजय की जगह कोई भी सामने पड़ता तो उसकी हत्या होती। संजय को टार्गेट कर उसकी हत्या नहीं की गई थी।
गिरफ्तार अपराधी के इस खुलासे ने एसपी आदित्य कुमार के अंतरात्मा को हिला दिया था। उस समय उन्होंने मृतक परिवार को मदद करने की घोषणा की थी। कहा था कि संजय के बच्चे को उसका पापा लाकर तो नहीं दे सकते पर उसके पढ़ाई की व्यवस्था करने का प्रयास जरूर करेंगे।
एसपी ने 15 मार्च को संजय के आश्रित को अपने कार्यालय कक्ष में बुलाकर न सिर्फ एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी बल्कि बच्चे को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहयोग करते रहने का आश्वासन दिया। सहयोग राशि पाते समय विधवा अनिता देवी की आंखे छलक गई। पति की मौत के बाद मोहताज बनी अनिता को प्राइवेट नौकरी दिलाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
बच्चे की पढ़ाई में मदद का मदद का आश्वासन भी दिया गया है। पुलिस कप्तान आदित्य कुमार के इस कार्य की सराहना लोग कर रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह कहते हैं कि इसकी जितनी तारीफ की जाय कम होगी। आर्यभट्ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर कहते हैं कि इस नेक काम ने समाज में नई लकीर खिंच दिया है। ऐसे मामले में समाज का भी दायित्व बनता है कि सक्षम लोग आगे आयें।