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बिहार
शौचमुक्त पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना को प्राथमिकता- उपमुख्यमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 22/1/2018 8:16:09 PM
शौचमुक्त पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना को प्राथमिकता- उपमुख्यमंत्री

पटना ( हि स )। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को कहा कि राज्य की पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना में शौचमुक्त होने वाली पंचायतों को प्राथमिकता दी जा जायेगी।

 
देश के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद, सर सच्चिदानंद सिन्हा, डा. विधानचन्द्र राय जैसी शख्सियत पटना के जिस टी के घोष एकेडमी के कभी छात्र रहे थे उसके लिए राज्य सरकार द्वारा 23 करोड़ की लागत से जमीन अधिग्रहण कर 7.5 करोड़ की लागत से नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करते हुए सुशील मोदी ने यहाँ कहा कि राज्य की चार हजार पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना होनी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए खुले में शौचमुक्त होने वाली पंचायतों को प्राथमिकता दी जायेगी।
 
श्री मोदी ने कहा कि राज्य में शिक्षा का प्रचार प्रसार तेज़ी से हो रहा है। वर्ष 2005 में नौवीं कक्षा में मात्र 1.63 लाख लड़कियों का नामांकन हुआ था और अब उनकी संख्या करीब छह गुना बढ़ कर 7.13 लाख हो गई है। उन्होंने कहा कि मध्य विद्यालयों को उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उत्क्रमित करने के लिए जमीन की कमी को देखते हुए एक से डेढ़ एकड़ की अनिवार्यता को संशोधित कर पौन एकड़ कर दिया गया है। 
 
उन्होंने कहा कि छात्र -छात्राओं से जुड़ी सरकार की तमाम योजनाओं की राशि का भुगतान बैंक खातों में डीबीटी के जरिए किया जा रहा है। एससी, एसटी, पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को मेधावृत्ति की राशि का भुगतान संबंधित विभागों की जगह अब शिक्षा विभाग के जरिए किया जायेगा। आगामी वित्तीय वर्ष से सभी तरह की योजनाओं के लाभुकों को भुगतान उनके बैंक खातों को आधार से जोड़ कर करने का सरकार ने निर्णय लिया है। 
 
बिहार में सभी तरह की राज्य व केन्द्र प्रायोजित योजनाओं के लाभुकों की संख्या 3.6 करोड़ हैं जिनके बैंक खातों को आधार से जोड़ने की समय सीमा को बढ़ा कर 31 मार्च कर दिया गया है।
 
 
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