जोश व जुनून भरने को डीएसपी दिनेश 15 किमी दौड़कर पताही खेल मैदान पहुंचे छोत्रों के बीच
मोतिहारी। पताही। माधुरी रंजन।
बच्चों में जोश व जज्बा भरने को इस बार पकड़ीदयाल डीएसपी दिनेश कुमार पाण्डेय ने 15 किमी दौड़ लगाई। सोमवार को वे पदाधिकारी से अधिक एक प्रवीण शिक्षक के रोल में दिखे। बच्चों को सिखाने के इस तरीके को लोगों ने खूब सराहा। बच्चें भी काफी रोमांचित हुए।
अपने आवास से 15 किलो मीटर दूर स्थित पताही प्रखण्ड के खेल मैदान में वे शुक्रवार को दौड़कर बच्चों के बीच पहुंचे। एक पदाधिकारी को दौड़ लगाते देख छात्रों व अभिभावकों ने आत्मिक गौरव की अनुभूति की। उनकी इस दौड़ ने खासकर बच्चों के कोमल मन को छू लिया। उनमें जोश व जुनून भर आया। जेहन में एक नई ऊर्जा का प्रवाह हुआ। छात्रों ने कुछ अच्छा कर गुजरने को ठाना। बच्चों ने पदाधिकारी के समक्ष एक आदर्श नागरिक बनने का वादा भी किया।
आज के संबोधन में बच्चों को डीएसपी श्री पाण्डेय ने समय को अनमोल बताते हुए एक-एक पल के सदुपयोग करने की बात बताई। यह भी बताया कि ज्ञान ही एक एकमात्र ऐसा धन है, जिसे कोई भी चुरा नहीं सकता। इतना ही नहीं उन्होंने बच्चों व अभिभावकों के सामने यह घोषण करते हुआ कहा कि इस बार की मैट्रिक परीक्षा में जो छात्र अव्वल आएंगे। उनको वे सम्मानित करेंगे।
दरअसल अनुमंडल के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में "दि एजुकेशन' अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को डीएसपी श्री पाण्डेय ने सरकारी ड्यूटी न मानते हुए इसे आदर्श के रूप में लिया है। इसमें उनका दिल खूब रम रहा है। बच्चों और इनके बीच काफी संबंध प्रगाढ़ हो चला है। आज इस अभियान का दूसरा दौरा शुरू हुआ। इसी अभियान के तहत वे आज बच्चों को संबाेधित करने उनके बीच दौड़ते हुए आए थे।
"दि एजुकेशन' अभियान के दूसरे दौर में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिनेश कुमार पांडे ने सैकड़ों विद्यार्थियों को समय के सदुपयोग पर प्रकाश डाला। बताया कि समय अनमोल है।
उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि उनके जीवन का जो पल बीत गया वह फिर दोबारा नहीं मिलने वाला है। बीते हुए क्षण को चाहे वे जितना भी प्रयास करे उसे वापस नहीं ला सकते। यही वह पल हैं, जो उनके जीवन को सुखमय बना सकता है। इस पल को शिक्षा में लगाना है। बताया कि ज्ञान ही छात्रों के जीवन का ऐसा धन है। जिसे कोई व्यक्ति या पट्टीदार बांट नहीं सकते। ना ही कोई चुरा सकता है।
उन्होंने छात्रों को बताया कि इस ज्ञान को प्राप्त करने के लिए बहुत सी अस्थाई सुखों को उनके जीवन से निकाल कर फेंकना पड़ेगा। पहला-वे अपने जीवन में व्यर्थ समय जो बिता रहे हैं, उसे छोड़ना पड़ेगा। उस समय को अपने पढ़ाई-लिखाई में लगाना पड़ेगा। दूसरी बात यह बताई कि टीवी व मोबाइल में जो वे समय को बिताते हैं। उस समय को पढ़ाई-लिखाई मैं खर्च करना पड़ेगा। तब जाकर उनका जीवन सुखमय और सरल होता चला जाएगा। जो विद्यार्थी जीवन के इस बहुमूल्य पल को मोबाइल टीवी व खेल में व्यर्थ कर रहे हैं। दावा है कि उनका जीवन कभी भी सरल और सुखमय नहीं हो सकता।
विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाने के लिए फरवरी में होने वाले मैट्रिक की परीक्षा में जो विद्यार्थी अच्छा नम्बर लाएगा उसे सम्मानित करने की घोषण की।
मौके पर थाना अध्यक्ष नरेंद्र कुमार, अवधेश द्विवेदी, अजय पांडेय, युगल किशोर सिंह, अमन कुमार प्रभाष द्विवेदी, रामबालक राम व अर्जुन मंडल सहित कई अभिभावक तथा गणमान्य लोग उपस्थित रहे।