पहेली बनी एसबीआई शाखा प्रबंधक रामगढ़वा निवासी राजेश की मौत, सुपौल में ऋण वसूली अभियान में माफिया ने की हत्या!
गाँव में पसरा मातमी सन्नाटा। परिजन ने कहा- राजेश की हत्या की गई।
मोतिहारी। रामगढ़वा। शेख लड्डू।
मोतिहारी के ज्ञानबाबू चौक स्थित एबीआइ बाबूधाम शाखा से प्रमोशन पाकर सुपौल जिले में ब्रांच मैनेजर बने राजेश सिंह की रहस्य मौत की खबर सुनकर उनके गांव में उनके गांव में शोक की लहर फैल गयी है। उससे भी ज्यादा उन्हें इस बात की तकलीफ है कि उनकी रहस्यमय मौत/हत्या को छत से कूदकर आत्महत्या की शक्ल देने की साजिश की जा रही है। वे पूर्वी चम्पारण के रामगढ़वा के बंधुबरवा गांव के निवासी थे।
यहां बता दें कि कल रविवार की दोपहर सुपौल में तीन मंजिली इमारत से गिरकर शाखा प्रबंधक राजेश सिंह की मौत हो गयी थी। सुपौल जिले में यह खबर चल रही है कि एसबीआई चकला निर्मली शाखा प्रबंधक ने छत से कूदकर जान दी। यानी आत्महत्या कर ली। जबकि उनके परिजन का कहना है कि छत से धकेलकर उनकी हत्या कर दी गयी है।
परिजन का कहना है कि छत से धकेल कर की गयी हत्या-
यहां बता दें कि राजेश सिंह पूर्वी चम्पारण के रामगढ़वा थाना क्षेत्र बंधुबरवा निवासी अवकाश प्राप्त शिक्षक रामाश्रय प्रसाद सिंह के द्वितीय पुत्र थे। मोतिहारी शहर के ज्ञानबाबू चौक स्थित स्टेट बैंक के बाबूधाम शाखा में बहुत दिनों तक सीनियर कलर्क के रूप में ग्रहकों को सेवा दी। प्रमोशन के बाद करीब दो माह पूर्व ही उन्होंने सुपौल में एबीआई चकला निर्मली शाखा के प्रबंधक का पद संभाला था।
घटना के आधा धंटा पहले घर पत्नी से की थी बातचीत, पूछा था हालचाल-
क्षेत्र के बन्धु बरवा गाँव निवासी अवकाश प्राप्त शिक्षक रामाश्रय प्रसाद सिंह के द्वितीय पुत्र राजेश कुमार की मौत की खबर सुनते ही गाँव में मातमी सन्नाटा छा गया है तो वही परिवार वाले भी हतप्रभ है। गाँव वालों की बातों पर यकीन करें तो वे बैंककर्मी राजेश कुमार सिंह की मौत आत्म हत्या नही बल्कि छत पर से धकेल कर हत्या की गयी है। इनके मौत की खबर सुन कर बन्धु बरवा स्थित पैतृक आवास पर पहुंचे मृतक के बहनोई आमोद सिंह ने बताया कि घटना से आधा घण्टा पहले वे फोन पर पत्नी से बातचीत की थी। तब घर परिवार का हालचाल पूछ कर बोले कि खाना खाने जा रहे है। घर परिवार में कोई न झगड़ा था और न ही कोई तनाव। तो आखिर किस बात पर आत्महत्या वे कर लेंगे? जो जाँच का विषय है।
- परिजन का कहना है -ऋण वसूली के कारण माफिया ने की हत्या?
गाँव के ही पड़ोसी अर्जुन भारतीय अनिकेत सिंह ने बताया कि शाखा प्रबंधक राजेश सिंह की आत्महत्या नही बल्कि छत पर से धकेल कर हत्या की गयी है। वे बैंकिंग में नौकरी से पूर्व एयर फोर्स में भी सेवा दे चुके थे। इधर परिवारिक सूत्रों की बातों पर गौर करें तो नौकरी के प्रमोशन मिलने के उपरांत डेढ़ माह पूर्व ही सुपौल में शाखा प्रबंधक के रूप में अपना योगदान किया था। जिसके बाद उक्त बैंक में लोन वसूली के लिए अभियान छेड़ा था। जिसके बाद बैंक माफियो के आँखों के किरकिरी बन गए थे। परिजनों ने यह भी बताया कि लोन वसूली व लोन जाँच के बाद ही करने को लेकर उच्चाधिकारियों के पास भी पत्र लिखा था। जिसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। घटना के बाद परिजनों ने आत्म हत्या नही बल्कि हत्या की बात कर रहे है। जिसके कारण राजेश की मौत अनसुलझी पहेली बन गयी है।
ग्रमीणों का कहना है कि जिस मकान से गिरकर उनकी मौत हुई वह किसी उस मकान में रह रहे किसी बैंक ऋणी से मिलने गये हाेंगे। वहीं पर छत से धकेल कर हत्या कर दी गयी। जो कि जांच के बाद ही इसकी सत्याता का पता चल सकेगा।
-राजश को एक पुत्र व एक है पुत्री
राजेश सिंह को एक पुत्र 14 वर्षीय हर्ष व 8 वर्षीय अनन्या है। वहीं सभी ग्रामीण सुपौल से शव के आने की प्रतीक्षा में है।
देशवाणी को छोड़कर अन्य मीडिया ने चलाई यह खबर-
सुपौल एडिशन में प्रकाशित अखबारो में बतया गया है कि शाखा प्रबंधक ने तीन मंजिली इमाइरत से कूदकर दी जान। बताया गया है कि वे एक तीन मंजिले इमारत पर चढ़ गये और छलांग लगा दी।
मोतिहारी निवासी राजेश सिंह ने दो महीने पूर्व ही एसबीआई चकला निर्मली शाखा में योगदान दिया था और वे निराला नगर वार्ड 11 में किराये के मकान में रहते थे।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो रविवार की दोपहर बिल्डिंग की छत से छलांग लगाने से पहले राजेश ने एक स्टूडियो में फोटो खिंचवाई। उसके बाद वे स्टेशन रोड स्थित दुर्गा चौधरी के तीन मंजिले मकान की छत पर चढ़ गये और वहां से छलांग लगा दी। लेकिन दूसरी मंजिल की रेलिंग में उनका पैर अटक गया। इसके बाद उन्होंने रेलिंग पकड़कर वापस छत पर आने की कोशिश की। जब तक लोग माजरा समझते, उनका हाथ रेलिंग से छूट गया और वे नीचे फर्श पर गिर पड़े। आनन-फानन में दुकानदारों ने उनको सदर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उनको दरभंगा रेफर कर दिया गया। दरभंगा में ही इलाज के दौरान ब्रांच मैनेजर की मौत हो गयी।