भारत बनाम वेस्टइंडीज: भारत को पहला झटका, रोहित 18 पर आउट, स्कोर 11 ओवर में 56 रन
मैनचेस्टर। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व कप मैच में आज यहां टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया है जबकि वेस्टइंडीज ने दो बदलाव करते हुए एश्ले नर्स और एविन लुईस की जगह सुनील अंबरीश और फाबियान एलेन को मौका दिया है।
लीग चरण अपने अंत की ओर बढ़ रहा है और ऐसे में भारत एक और जीत के साथ सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करना चाहेगा, लेकिन यह कहना जितना आसान है उसे करना उतना आसान नहीं होगा। वेस्टइंडीज की टीम के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है और वे बाकी मैचों में अन्य टीमों का समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करेगी। दूसरे पावर प्ले के महत्वपूर्ण ओवरों में पूर्व कप्तान धौनी की विफलता ने कप्तान विराट कोहली की चिंता थोड़ी बढ़ाई है। धौनी ने अफगानिस्तान के खिलाफ बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद में 28 रन बनाए और इसके लिए उन्हें काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा।
यहां तक कि आम तौर पर शांत रहने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी उनके रवैये पर सवाल उठाए थे। तेंदुलकर ने टीवी चैनल पर कहा, कोई सकारात्मक रवैया नजर नहीं आता। टीम प्रबंधन भी इस समस्या से वाकिफ है लेकिन अब जब चार लीग मैच बचे हैं तब उनके पास एकमात्र विकल्प धौनी के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करना है।
कोहली और कोच रवि शास्त्री अब तक ऋषभ पंत का इस्तेमाल करने को लेकर काफी उत्सुक नजर नहीं आए हैं। टीम प्रबंधन अगर विजय शंकर को बाहर करने का फैसला करता है तो ही पंत को टीम में जगह मिल सकती है। वेस्टइंडीज की टीम में काफी तेज गेंदबाज हैं और ऐसे में धौनी को स्ट्राइक रोटेट करने में आसानी हो सकती है क्योंकि वह धीमे गेंदबाजों के खिलाफ सहज होकर नहीं खेल पा रहे हैं।
पिछले मैच में अफगानिस्तान के धीमे गेंदबाजों ने इसका काफी फायदा उठाया था। आईपीएल में धौनी की बल्लेबाजी और भारत के लिए 50 ओवर के प्रारूप में उनके प्रदर्शन में अंतर को लेकर काफी बहस हो रही है। चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हुए धौनी ने भारत के एक अनुभवहीन घरेलू गेंदबाज को निशाना बनाया जबकि बड़े अंतरराष्ट्रीय नामों के खिलाफ सुरक्षित क्रिकेट खेला।
लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने के दौरान उन्होंने कागिसो रबादा या जोफ्रा आर्चर जैसे गेंदबाजों के खिलाफ कोई जोखिम नहीं उठाया जबकि अन्य गेंदबाजों के खिलाफ रन जुटाए। टीम को धौनी की रणनीति और तेजतर्रार विकेटकीपिंग की जरूरत है और ऐसे में कप्तान और कोच को उनकी भूमिका पर काफी माथापच्ची करनी होगी। दूसरी तरफ पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शुरुआत के बावजूद वेस्टइंडीज की टीम विश्व कप में सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है, लेकिन टीम टूर्नामेंट का सकारात्मक अंत करना चाहेगी।
आंद्रे रसेल पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर हो गए हैं और इससे टीम को बड़ा झटका लगा है। टीम के तेज गेंदबाजी विभाग ने हालांकि बेहतरीन क्षमता दिखाई है। शेल्डन कोट्रेल और ओशेन थामस की युवा तेज गेंदबाजी जोड़ी ने काफी प्रभावित किया है।
कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा काफी अच्छी फार्म में हैं और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के बीच अच्छा संघर्ष देखने को मिल सकता है। ‘यूनिवर्सल बास' क्रिस गेल से अब भी बड़ी पारी का इंतजार है और कोहली उम्मीद कर रहे होंगे कि कल होने वाले मैच में ऐसा नहीं होगा। गेल के खिलाफ जसप्रीत बुमराह का शुरुआती स्पैल मैच की रूपरेखा तैयार कर सकता है जबकि वेस्टइंडीज के मध्यक्रम को कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की चुनौती का सामना करना होगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ कार्लोस ब्रेथवेट ने शानदार पारी खेली और वेस्टइंडीज को जीत की दहलीज पर ले गए थे।
ब्रेथवेट हालांकि धीमे गेंदबाजों के खिलाफ सहज नजर नहीं आते। कुल मिलाकर भारत की राह आसान नहीं होगी, लेकिन इसके बावजूद हाल के प्रदर्शन को देखते हुए टीम जीत की प्रबल दावेदार है।
टीम इस प्रकार है:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, विजय शंकर, महेंद्र सिंह धौनी, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह।
वेस्टइंडीज : क्रिस गेल, सुनील अंबरीश, शाई होप, निकोलस पूरण, शिमरोन हेटमायर, जेसन होल्डर (कप्तान), कार्लोस ब्रेथवेट, फाबियान एलेन, केमार रोच, शेल्डन कोट्रेल और ओशेन थामस।