नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आईसीसी) ने भारतीय क्रिकेटर अंबाती रायडू को इंटरनेशनल क्रिकेट में गेंदबाजी करने से प्रतिबंधित कर दिया है। इसी महीने सिडनी में हुए वनडे के दौरान रायडू का गेंदबाजी एक्शन संदिग्ध पाया गया था। इसके बाद उन्हें 14 दिन तक एक्शन का टेस्ट देने के लिए कहा गया था।
रायडू ने आईसीसी को अपनी गेंदबाजी एक्शन का टेस्ट नहीं दिया था। इसी वजह से आईसीसी को उन पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करना पड़ा। आईसीसी ने आचार संहिता के 4.2 क्लॉज के तहत तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया है।
रायडू की गेंदाबाजी एक्शन को इसी महीने 13 जनवरी को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए वनडे मैच के दौरान संदिग्ध पाया गया था। इसके बाद उन्हें टेस्ट देने के लिए कहा गया था लेकिन उस समय उनकी गेंदाबाजी पर प्रतिबंध नहीं लगा था। रायडू को टेस्ट देने के लिए 14 दिन का समय दिया गया था। बताया जा रहा है कि रायडू ने इस टेस्ट में शामिल होने से इनकार कर दिया था, इसलिए आईसीसी को उनकी गेंदबाजी को प्रतिबंधित ही करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए पहले वनडे मैच के बाद आधिकारिक रिपोर्ट भारतीय टीम के मैनेजमेंट को सौंपी गई जिसमें रायडू के गेंदाबाजी एक्शन को लेकर चिंता जताई गई है। इस मैच में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
माना जा रहा है कि इससे टीम इंडिया को कुछ खास फर्क नहीं पड़ने वाला है। रायडू को टीम में एक नियमित बल्लेबाज के तौर पर जगह मिली थी। वे पार्ट टाइम गेंदबाज जरूर हैं, लेकिन विराट उनसे बहुत कम गेंदबाजी कराते थे। आईसीसी की आचार सहिंता के 11.5 प्रावधान के तहत आईसीसी ने बीसीसीआई से सहमति के बाद रायडू घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं।
रायुडू ने 46 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के अपने करियर के दौरान सिर्फ 20.1 ओवर गेंदबाजी की है। इस दौरान उन्होंने 41.33 के औसत से तीन विकेट चटकाए और 6.14 रन प्रति ओवर की दर से रन दिए। उन्होंने छह टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कभी गेंदबाजी नहीं की।