गुवाहाटी। इन दिनों टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अपने करियर के बेहरतीन फॉर्म में चल रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में विराट ने कप्तानी पारी खेलते हुए अपने करियर का 36वां शतक लगाया और अपनी टीम को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। मैच के बाद विराट ने शतक लगाने वाले अपने साथी रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की और अपने बारे में यह भी कहा कि उनके पास क्रिकेट को एंजॉय करने के कुछ ही साल बचे हैं।
विराट ने अपनी पारी में केवल 107 ही गेंदों पर 140 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 21 चौक और 3 छक्के लगाए. विराट को उनकी इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। वेस्टइंडीज के दिए 323 रनों के लक्ष्य का पीछा करने जब टीम इंडिया बल्लेबाजी करने उतरी थी, तब दूसरे ओवर में ही टीम इंडिया का पहला विकेट शिखर धवन के रूप में गिर गया। ऐसे में विराट कोहली ने आकर न केवल भारतीय पारी को संभाला बल्कि तेजी से रन बनाते हुए मैच को वेस्टइंडीज से दूर भी करते गए।
मैच के बाद कॉमेंटेटर ने प्रेजेंटेशन के दौरान विराट से पूछा कि आपमें ये इतनी तीव्रता और रनों की भूख कहां से आती है? ऐसा लगता है कि आप वर्ल्डकप फाइनल खेल रहें हैं। विराट ने इस पर कहा, “मेरे पास इस खेल को एंजॉय करने लिए कुछ ही साल बचे हैं। देश के लिए खेलना एक बहुत बड़े गर्व और सम्मान का विषय है। आप किसी भी खेल को हलके में नहीं ले सकते।”
विराट ने कहा, “आपको खेल के प्रति ईमानदार रहना ही होगा और तब जब खेल आपको लौटाता है। मैं ऐसा करने की कोशिश करता हूं। ये मेरी मूल सोच है क्योंकि अब भारत के लिए खेल रहे हैं हर किसी को यह मौका नहीं मिलता है। जब वेस्टइंडीज जैसी टीम बल्लेबाजी करती है तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है। मैं गेंदबाजों पर कठोर नहीं हो सकता, लेकिन हां हम बेहतर कर सकते थे और हमने अंतिम कुछ ओवरों में बेहतर गेंदाबाजी की भी. ये ऐसा है जो हमें सीखना है।”
कोहली ने कहा, "दूसरे छोर में रोहित हो तो बल्लेबाजी आसान हो जाती है। ऐसा बहुत कम होता है कि रोहित क्रीज पर मौजूद दूसरे बल्लेबाज से धीमी बल्लेबाजी करे। शीर्ष तीन बल्लेबाजों में से मुझे एंकर रोल निभाना पसंद है लेकिन आज मैं अच्छा महसूस कर रहा था और मैंने रोहित से कहा कि वह एंकर रोल निभाए। मरे पवेलियन लौटने के बाद उन्होंने तेज बल्लेबाजी की और अंबाती रायडू ने एंकर रोल निभाया।"
उल्लेखनीय है कि विराट कोहली अभी 30 साल के भी नहीं हुए हैं। ऐसे में यह कहना कि उनके क्रिकेट के कुछ ही साल बचे हैं उनके फैंस को दुखी कर सकता है। कोहली ने जीत के बारे में कहा, "यह जीत हमारे लिए शानदार रही। मैं समझता हूं कि वेस्टइंडीज ने भी बेहतरीन बल्लेबाज की और 320 से ऊपर का लक्ष्य हमेशा मुश्किल होता है लेकिन हम जानते थे कि अगर एक अच्छी साझेदारी हुई तो हम मैच जीत जाएंगे।"