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तीरंदाजी वर्ल्ड कप: झारखंड की बेटी ने रचा इतिहास, दीपिका ने जर्मनी की मिशेल क्रॉपेन को 7-3 से हराकर जीता सोना
By Deshwani | Publish Date: 25/6/2018 4:52:18 PM
तीरंदाजी वर्ल्ड कप: झारखंड की बेटी ने रचा इतिहास, दीपिका ने जर्मनी की मिशेल क्रॉपेन को 7-3 से हराकर जीता सोना

नई दिल्ली। अमेरिका में चल रहे तीरंदाजी वर्ल्ड कप में भारत की तीरंदाज दीपिका कुमारी ने इतिहास रच दिया है। दीपिका कुमारी ने सॉल्ट लेक में चल रहे वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीता। दीपिका ने जर्मनी की मिशेल क्रॉपेन को 7-3 से मात दी। दीपिका ने पहली बार वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा किया है। इससे पहले वो चार बार सिल्वर मेडल जीती हैं लेकिन इस बार वो चूकी नहीं। गोल्ड मेडल जीतने के बाद दीपिका कुमारी ने बयान दिया, 'आखिरकार मैंने कर दिखाया। 


 दीपिका ने पहली बार वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा किया है। इससे पहले वो चार बार सिल्वर मेडल जीती हैं लेकिन इस बार वो चूकी नहीं। गोल्ड मेडल जीतने के बाद दीपिका कुमारी ने बयान दिया, 'आखिरकार मैंने कर दिखाया।


दीपिका कुमारी ने फाइनल की शुरुआत बेहद शानदार की। उन्होंने 30 में से 29 अंक हासिल किए और 2-0 की बढ़त बनाई। इसके बाद क्रोपेन ने अच्छी वापसी की और जर्मन खिलाड़ी ने तीसरा सेट जीत मैच 3-3 से बराबर किया। लेकिन दीपिका ने खुद पर भरोसा रखते हुए 29 और 27 अंक हासिल कर चौथा और पांचवां सेट जीत गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया।  

ज्ञात हो कि दीपिका कुमारी का जन्म रांची में एक बेहद ही गरीब परिवार में हुआ था। दीपिका के पिता ऑटो चालक हैं। इसके बाद दीपिका ने साल 2006 में जमशेदपुर की टाटा आर्चरी एकेडमी जॉइन की। 11 साल की दीपिका 3 सालों तक घर वापस नहीं गई। उन्होंने कसम ली थी कि जबतक वो बड़ा जूनियर टाइटल नहीं जीतेंगी वो घर नहीं जाएंगी। साल 2009 में दीपिका ने कैडेट वर्ल्ड चैंपियनशिप पर कब्जा किया।


इससे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में दो गोल्ड मेडल जीत चुकी दीपिका कुमारी को 2012 में अर्जुन पुरस्कार मिला था। साथ ही वो पद्मश्री सम्मान भी हासिल कर चुकी हैं। 

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