मास्को। फीफा वर्ल्ड कप के 21वें संस्करण के ग्रुप-ई के पहले मुकाबले में आज शाम 5:30 बजे से कोस्टा रिका का सामना सर्बिया से समारा एरिना में होगा। दोनों टीमों के नाम एक भी वर्ल्ड कप नहीं है. वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा है. अंतिम-16 से आगे जाना दोनों ही टीमों के लिए चुनौती है।
फीफा रैंकिंग में 25वें स्थान पर मौजूद कोस्टा रिका कप्तान ब्रायन रूइज और कोच ओस्कर रोमिरेज के मार्गदर्शन में टीम इस बार अपने पिछले प्रदर्शन से आगे बढ़ना चाहेगी। टीम ने कोनकाकैफ वर्ल्ड कप क्वालिफायर के मैच में त्रिनिदाद एवं टोबैगो और अमेरिका को हराकर वर्ल्ड कप का टिकट हासिल किया था।
टीम की डिफेंस बेहद मजबूत नजर आ रहा है और वह अपने ग्रुप में ब्राजील जैसे अटैक को भी मुश्किल में डाल सकते हैं। स्पेनिश क्लब रियल मेड्रिड से खेलने वाले टीम के गोलकीपर केलोर नावास पर सबकी निगाहें टिकी होंगी जबकि केंडल वॉटसन, गियानकार्लो गोंजालेज एवं जॉनी अकोस्टा जैसे खिलाड़ियों के डिफेंस में होने से टीम और मजबूत नजर आ रही है।
नावास टूर्नामेंट में टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं. कप्तान रूइज पर टीम के आक्रमण का दारोमदार होगा, लेकिन फॉरवर्ड लाइन में टीम को अच्छे खिलाड़ियों की कमी खलेगी। रूइज कोस्टा रिका के लिए 100 मैच खेलने से मात्र दो मैच दूर हैं। यह उनका 99वां मैच होगा।
टीम में कोई शीर्ष स्तरीय स्ट्राइकर भी नहीं है जो वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में कोस्टा रिका के लिए चिंता का विषय है। जोएल कांप्वेल और मार्को यरेना दोनों ही स्ट्राइकर चोट के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं, ऐसे में उनके लिए फॉरवर्ड को मजबूती दे पाना आसान नहीं होगा।
वहीं अगर सर्बिया की बात की जाए तो वो 2014 में वर्ल्ड कप से बाहर रहने के बाद रूस में आ रही है। 2010 में दक्षिण अफ्रीका में यह टीम अपने ग्रुप में सबसे आखिरी में रही थी। टीम इस बार अपने पुराने प्रदर्शन को भूलाकर आगे बढ़ना चाहेगी। टीम का दारोमदार युवा कंधों पर है।
सर्बिया की ताकत मिडफील्ड है जिसमें सेर्गेज मिनिलकोविक, लैजियो पर टीम का दारोमदार है। इन दोनों के अलावा टीम की जीत दिलाने का भार एलेक्जेंडर म्रिटोविक पर होगी। टीम के डिफेंस को भी भेद पाना कोस्ता रिका के लिए आसान नहीं होगा।