बेंगलुरु। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित करने वाली अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम के सामने अभी तक की सबसे बड़ी चुनौती इंतजार कर रही है। उसे आज एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच में नंबर-1 टीम भारत से भिड़ना है। अफगानिस्तान के लिए यह टेस्ट अपने आप को साबित करने का बड़ा मौका है। इसे टीम पूरी तरह से भुनाने की कोशिश करेगी। नियमित कप्तान विराट कोहली के बिना इस मैच में उतर रही भारतीय टीम भी अपने रुतबे को दांव पर नहीं लगाना चाहेगी और अफगानिस्तान के खतरे से सतर्क रहेगी।
अजिंक्य रहाणे इस मैच में भारत की कप्तानी कर रहे हैं। मेजबान जानते हैं कि हालिया दौर में अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन दिखाया उससे वो उलटफेर कर सकते हैं। इसलिए भारत किसी भी लिहाज से उसे हल्के में नहीं लेगा।
यह मैच एक तरह से भारतीय बल्लेबाजी और अफगानिस्तान के स्पिन आक्रामण के बीच की जंग है। अफगानिस्तान ने इस मैच में राशिद खान, मुजीब उर रहमान, जहीर खान और हमजा कोटक की स्पिन चौकड़ी को टीम में चुना है। इन चारों के अलावा मोहम्मद नबी पांचवें स्पिनर हैं।
इससे पहले भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज खेली थी जिसमें उसे हार मिली थी। तब से भारतीय खिलाड़ियों ने लाल गेंद की क्रिकेट नहीं खेली है। रहाणे के सामने इस मैच में कोहली की गैरमौजूदगी में टीम के मध्यक्रम को मजबूत करने की जिम्मेदारी होगी। उन्हें अंतिम एकादश में उन खिलाड़ियों को चुनना होगा जो मध्य क्रम में कोहली की कमी को महसूस नहीं होने दें और अफगानिस्तान के स्पिन खतरे से निपट सकें।
रहाणे के सामने समस्या सलामी जोड़ी का चुनाव करने की है। टीम के तीनों सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल, शिखर धवन और मुरली विजय हैं। अभी तक इन तीनों में से एक या तो फिट नहीं होता था या किसी कारणवश टीम में नहीं होता था, तो यह समस्य सामने नहीं आई थी। लेकिन, अब जब तीनों मौजूद हैं तो किसका चुनाव किया जाए, यह मुश्किल आएगी। राहुल ने हाल ही में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है। विजय आईपीएल में सिर्फ एक मैच ही खेले थे. धवन का बल्ला भी आईपीएल में चला था।
गेंदबाजी में उमेश यादव का खेलना तय है। रहाणे दूसरे तेज गेंदबाज के तौर पर ईशांत शर्मा, शार्दूल ठाकुर और नवदीप सैनी में किसी को मौका दे सकते हैं। हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं। अगर रहाणे ने तीन स्पिन गेंदबाजों की सोच रखी हो तो पांड्या के स्थान पर कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है या पांड्या दूसरे गेंदबाज के तौर पर भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।