इंदौर। तीन बार इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब अपने नाम कर चुकी मुंबई इंडियंस को होल्कर क्रिकेट स्ट्रेडियम में करो या मरो के मुकाबले में एक और मुश्किल चुनौती का सामना करना है। शानदार फार्म में चल रही किंग्स इलेवन पंजाब के सामने उतरेगी तो बल्ले और गेंद दोनों से उसे अच्छी शुरुआत की दरकार होगी।
मुंबई टीम अभी तक आठ मैच में से दो ही मैच जीत सकी है और उस पर टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। दूसरी ओर आर अश्विन की कप्तानी में पंजाब ने सात में से पांच मैच जीते हैं और प्लेऑफ में उसका प्रवेश लगभग तय लग रहा है।
इस सीजन में मुंबई की बल्लेबाजी नहीं चली है। कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला भी एक-दो मैचों में ही चला है। उनकी टीम में केवल सलामी बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ही लगातार रन बना रहे हैं। उन्होंने आठ मैचों में 283 रन बनाए हैं। बाकी कोई बल्लेबाज निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। रोहित छह मैचों में 20 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाए हैं। मुंबई के तूफानी बल्लेबाज केरन पोलार्ड का बल्ला भी खामोश ही रहा है। उन्होंने अभी तक छह पारियों में 76 रन ही बनाए हैं।
हार्दिक और क्रुणाल पांड्या भाइयों ने बल्ले से पिछले मैच में बेंगलोर के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था। इन दोनों पर टीम के निचले क्रम को संभालने की जिम्मेदारी है। गेंदबाजी में मुंबई एक बार फिर मयंक मरक डे पर निर्भर रहेगा। लेग स्पिनर मयंक ने आठ मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए हैं। मयंक इस सीजन में उन गेंदबाजों में शामिल हैं, जिन्हें खेलना बल्लेबाजों के लिए मुश्किल साबित हुआ है। तेज गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, मिशेल मैक्लेघन और मुस्तफिजुर रहमान पर बड़ी जिम्मेदारी है।
इस समय पंजाब की टीम तीनों विभागों में संतुलित प्रदर्शन कर रही है। क्रिस गेल और लोकेश राहुल की सलामी जोड़ी पंजाब की सफलता का मुख्य कारण रही है। राहुल ने सात मैचों में 268 रन जड़े हैं। गेल ने सिर्फ चार मैचों में 252 रन बना डाले हैं, जिसमें एक शतक शामिल है। इन दोनों ने टीम को मनमाफिक शुरुआत दी है और इस मैच में इन दोनों से यही उम्मीद है।
टीम के मध्यक्रम को करूण नायर ने अच्छे से संभाला है और कई उपयोगी पारियां खेली हैं। लेकिन, पंजाब के लिए युवराज सिंह, मयंक अग्रवाल और एरॉन फिंच का बल्ला शांत रहा है। इन तीनों की फॉर्म टीम प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब है। गेंदबाजी में कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने आगे आकर टीम की अगुआई की है। मोहित शर्मा और बरिंदर सरण ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। एंड्रयू टाई गेंदबाज के तौर पर अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पाए हैं।