ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
खेल
पहलवान सुशील कुमार ने इन 27 बच्चों को अपना गोल्ड किया समर्पित, कहा- जिंदगी से कीमती कुछ नहीं
By Deshwani | Publish Date: 12/4/2018 6:31:52 PM
पहलवान सुशील कुमार ने इन 27 बच्चों को अपना गोल्ड किया समर्पित, कहा- जिंदगी से कीमती कुछ नहीं

 दिल्ली। 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में 8वें दिन भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा बना हुआ है। हरियाणा के बेटे पहलवान सुशील कुमार ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपने स्वर्ण पदकों की हैट्रिक के साथ ही भारत की झोली में 14वां स्वर्ण पदक डाल दिया है। सुशील ने  80 सेकेंड में पुरुषों की 74 किलोग्राम वर्ग स्पर्धा में दक्षिण अफ्रीका के जोहानेस बोथा को 10-0 से मात देकर राष्ट्रमंडल खेलों का तीसरा स्वर्ण पदक जीता। इतना ही नहीं सुशील ने अपनी जीत को परिवार, कोच, स्वामी रामदेव और हिमाचल में बस हादसे का शिकार हुए बच्चों को समर्पित किया है। 

सुशील का जन्म 26 मई 1983 को नजफगढ़ के पास बारपोला गांव में हुआ था। उन्होंने 14 साल की उम्र से ही पहलवानी शुरू कर दी थी। सुशील ने अपने गुरू की बेटी से ही शादी की थी और उन्होंने पहली मुलाकात में ही अपनी लाइफ सावी को देखा था। 2010 नवंबर में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने के बाद दिल्ली में दोनों की सगाई हुई थी और सगाई के दिन ही सुशील ने सावी को देखा था। इसके बाद वर्ष 2011 फरवरी में दोनों की शादी हो गई। आज सुशील और सावी के जुड़वा बेटे भी हैं।
 
सुशील कुमार ने 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 66 किलोग्राम फ्रीस्टाइल में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। जबकि ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था, लेकिन तब उन्होंने 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल भार वर्ग में भाग लिया था। इस जीत के साथ ही उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने पदकों की हैट्रिक पूरी की है
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS