नई दिल्ली, (हि.स.) । स्कूल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतिस्पर्धाओं के लिए योग्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति की एक पारदर्शी प्रणाली स्थापित करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने ऑनलाइन राष्ट्रीय कोच बैंक की स्थापना करने का फैसला किया है।
खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सोमवार को बताया कि इस कोच बैंक के जरिये पूरे देश में जो भी अपने को कोच समझते हैं या किसी न किसी स्तर पर कोचिंग देते हैं वह अपना रजिस्ट्रेशन इस बैंक में करा सकते हैं। इसके बाद सरकार दो या तीन हफ्तों का कोर्स आयोजित कराएगी। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की भी सहायता ली जाएगी।
खेलमंत्री ने आगे बताया कि कोर्स देश के अलावा विदेशों में भी आयोजित कराये जाएंगे। जो कोच राष्ट्रीय कोच बैंक में अपना रजिस्ट्रेशन कराएंगे, उन सभी कोचों को एक राष्ट्रीय एजेंसी द्वारा सत्यापित कराकर उनको प्रशिक्षित कराया जाएगा इस तरह हमारे पास कोचों का डाटा जमा हो जाएगा। इससे हमें एक फायदा यह होगा कि जिसे भी कोचों की जरूरत होगी वह कोच बैंक पर जाकर सहायता ले सकता है।
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा हमारे पास एक योजना और है, जिससे निचले स्तर के कोचों का फायदा होगा। अभी तक जब भी कोई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतता है तो उसके कोच को जो पैसा मिलता है तो उसका 20 प्रतिशत उस खिलाड़ी के पहले कोच को और 30 प्रतिशत डेवलपमेन्टल कोच को भी जाएगा। इसके अलावा सरकार कोचों को फंड भी उपलब्ध कराएगी।
खेलमंत्री ने आगे बताया कि इसके अलावा सरकार ग्रामीण लडकियों और महिलाओं के लिए भी अलग से प्रतियोगिताएं आयोजित कराने पर विचार कर रही है। हमारा मानना है कि महिलाएं केवल रसोईघर और बच्चों की देखभाल में ही न लगी रहें, बल्कि वह मैदान पर भी आएं।
इसके अलावा सरकार अभिभावकों के लिए फिटनेस और खेलों पर एक मोबाईल एप्लीकेशन लाने के बारे में विचार कर रही है। इस एप के जरिये अभिभावक बच्चों के खेलों से संबंधित गतिविधियों को सरकार तक पहुचाएंगे। इसके बाद एक ई-कोच उन्हें उपलब्ध होगा, जो बच्चों को दिशानिर्देशित करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले युवा प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए सरकार की स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च पोर्टल पहले से ही चलन में है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने 28 अगस्त 2017 को इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्कूली बच्चों के बीच पोर्टल की शुरूआत की थी। इस पोर्टल के तहत कोई भी बच्चा या उसके माता-पिता, शिक्षक या कोच उसका बायोडाटा या वीडियो पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। इस पोर्टल के जरिए खेल मंत्रालय प्रतिभावान खिलाड़ियों को चुनेगा और उन्हें भारतीय खेल प्राधिकरण के केंद्रों में प्रशिक्षण देगा।