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खेल
महिला खिलाड़ियों के नाम रहा साल
By Deshwani | Publish Date: 31/12/2017 2:30:43 PM
महिला खिलाड़ियों के नाम रहा साल

नई दिल्ली, (हि.स.) । गुजरता वर्ष खेल और खिलाड़ियों के लिए उपलब्धियों भरा रहा। महिला खिलाड़ियों ने जहां खेल की अलग-अलग विधाओं में अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश का झंडा बुलंद किया, वहीं पुरूष खिलाड़ी भी शानदार प्रदर्शन कर पूरे साल भर भारतीय खेल प्रेमियों की सराहना लूटी। खासकर महिला खिलाड़ियों ने इस वर्ष देश को कई बार गौरवान्वित किया। 

 

बैडमिंटन में जहां रियो ओलंपिक रजत पदक विजेता व दिग्गज महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने साल भर अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा, वहीं हॉकी में महिला टीम ने एशिया कप का खिताब जीतकर 13 साल के सूखे को खत्म किया। सिंधु ने वर्ष 2017 में 6 टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया, जिसमें से उन्होंने तीन टूर्नामेंटों में खिताबी जीत हासिल की और तीन में उपविजेता रहीं। 

 

सिंधु ने जिन टूर्नामेंटों में खिताबी जीत हासिल की उनमें सैय्यद मोदी इंटरनेशनल, इंडिया ओपन और कोरिया ओपन हैं। इसके अलावा वह विश्व चैम्पिनशिप,हांगकांग ओपन और दुबई सुपर सीरीज में उपविजेता रहीं। सिंधु को मुंबई में पहले इंडियन स्पोर्ट्स ऑनर्स में साल के सर्वश्रेष्ठ महिला बैडमिंटन खिलाड़ी का पुरस्कार भी मिला। इसके अलावा उन्हें विश्व बैडमिंटन महासंघ के एथलीट आयोग में भी चुना गया।

 

वर्ष 2017 पूर्व ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल की वापसी के लिए भी याद किया जायेगा। साइना को पिछले साल रियो ओलम्पिक की निराशा के बाद घुटने की सर्जरी से गुजरना पड़ा था। उस दौरान साइना ने यहां तक कह दिया था कि एक बार तो उनके मन में ख्याल आ गया था कि वह खेल से ही संन्यास ले लें लेकिन जीवट की धनी इस खिलाड़ी ने कमाल की वापसी की।

 

महिला हॉकी में भारतीय टीम ने पांच नवम्बर 2017 को जापान में आयोजित एशिया कप का खिताब जीता। भारतीय टीम ने अपने से चार पायदान ऊपर चीनी टीम को पेनल्टी शूट आउट में 5-4 से मात देकर खिताबी जीत हासिल की।

 

मुक्केबाजी में एक बार फिर से पांच बार की विश्व चैम्पियन मैरी कॉम ने वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर में एशियाई महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के 48 किलो लाइट फ्लाइवेट वर्ग के फाइनल में नॉर्थ कोरिया की हियांग मी किम को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह उनका इस प्रतियोगिता में पांचवां स्वर्ण था। 

 

इनके अलावा भारोत्तोलक सैखोम मीराबाई चानू ने विश्व भारोत्तोलन प्रतियोगिता में रिकॉर्ड 194 किलोग्राम (85 किलो स्नैच और 109 किलो क्लीन एंड जर्क) का भार उठाते हुए स्वर्ण पदक जीतकर महिलाओं के लिए सफलता की नई इबारत लिखी। 

 

क्रिकेट में मिताली राज के नेतृत्व में भारतीय महिलाओं ने विश्व कप के फाइनल में प्रवेश करके दिखा दिया कि वह अब पुरूष टीम से किसी भी मामले में कम नहीं हैं। हालांकि खिताबी मुकाबले में टीम को इंग्लैंड ने 9 रन से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। 

 

फुटबॉल मे बेमबेम देवी ने अर्जुन पुरस्कार जीतकर महिला फुटबॉलरों में उम्मीद की एक नई अलख जगा दी। इसके अलावा अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) ने पहली महिला फुटबॉल लीग का आयोजन कर युवा महिला फुटबॉलरों को एक मंच उपलब्ध करा दिया, जहां वे अपनी प्रतिभा दिखा कर अपने सपनों को नई उड़ान दे सकें।

 

वहीं, पुरूष खिलाड़ियों ने भी अपने प्रदर्शन से देशवासियों को गौरवान्वित किया। भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने 22 अक्टूबर 2017 को मलेशिया को 2-1 से हराकर तीसरी बार एशिया हॉकी कप का खिताब अपने नाम किया। यह इस साल का सबसे शानदार पल था, जब दोनों ही वर्गों में (पुरूष और महिला) भारतीय हॉकी टीम ने एशिया कप का खिताब जीता। 

 

इस वर्ष सबसे बड़ी उपलब्धि भारतीय क्रिकेट टीम के नाम रही। क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी बादशाहत कायम की। भारतीय टीम ने वर्ष 2017 में भारतीय क्रिकेट प्रशसंकों के अलावा विश्व में फैले इस खेल के हर चाहने वालों के बीच अपना लोहा मनवाया है। खास बात यह है कि इस साल भारतीय टीम अजेय रही और एक क्रिकेट के तीनों प्रारूप में एक भी श्रृंखला नहीं गंवाया। भारत को इस साल एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट की द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में हार का सामना नहीं करना पड़ा। इस साल भारतीय टीम ने 6 एकदिवसीय श्रृंखला पांच 5 टेस्ट श्रृंखला और 5 टी-20 श्रृंखला में जीत हासिल की है। एकदिवसीय क्रिकेट की बात करें तो वर्ष 2017 में भारतीय टीम ने 29 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें 21 मे जीत और 7 में हार मिली है। एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया है।

 

फुटबॉल में भी यह साल भारत के लिए यादगार रहा। भारतीय जूनियर टीम ने फीफा अंडर-17 विश्व कप में हिस्सेदारी कर इतिहास रच दिया। हालांकि टीम लीग चरण से ज्यादा आगे नहीं जा पाई, लेकिन अपने प्रदर्शन से युवा फुटबॉलरों ने एक उम्मीद की अलख जरूर जगा दी। वहीं सीनियर टीम ने भी ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। इस वर्ष शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम ने एशिया कप के लिए क्वालीफाई किया। भारतीय टीम ने पिछले 13 मैचों से एक भी मैच नहीं गंवाया है। इस बीच उसने 11 मैच जीते और दो मैच ड्रॉ कराये। 

 

बैडमिंटन में किदाम्बी श्रीकांत ने अपनी शानदार कामयाबियों से एक बार फिर से साबित किया कि वह किसी से कम नहीं। श्रीकांत इस साल विश्व रैंकिंग में नंबर दो पर भी पहुंचे। श्रीकांत को मुंबई में पहले इंडियन स्पोर्ट्स ऑनर्स में साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। इसके अलावा उन्हें ओलम्पिक खेल वर्ग में गो स्पोर्ट्स एथलीट ऑफ द ईयर का अवार्ड भी मिला।

 

श्रीकांत ने वर्ष 2017 में पांच सुपर सीरीज टूर्नामेंटों के फाइनल में जगह बनाई और चार में खिताब जीत कर इतिहास रचा। श्रीकांत ने फ्रेंच ओपन, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क ओपन में खिताब जीते। वह एक साल में चार या इससे अधिक सुपरसीरीज खिताब जीतने वाले दुनिया के चौथे और भारत के पहले खिलाड़ी बने। श्रीकांत की सबसे बड़ी कामयाबी ओलम्पिक चैंपियन चीन के चेन लोंग को हराकर ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीतना रही।

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