बिहार
समस्तीपुर : विभूतिपुर ब्लॉक का डीएम ने किया औचक निरीक्षण, मिली गड़बड़ी
By Deshwani | Publish Date: 17/12/2020 8:58:43 PMसमस्तीपुर। उमेश काश्यप। समस्तीपुर डीएम शशांक शुभंकर ने गुरुवार को विभूतिपुर ब्लाक का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री नल-जल योजना, गली-नाली योजना, पंचायत, पीएचसी, सभी प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं अंचल संबंधी कार्यों समीक्षा भी की गई। बैठक के दौरान डीएम ने सभी बीडीओ को पंचायत वार लिखित रूप से समीक्षात्मक बैठक करने का निर्देश दिया। डीडीसी समस्तीपुर को निर्देश दिया गया कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों का योजनाओं के आधार पर रैंकिंग किया जाए। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी कर्मचारी अपने अपने अधीन पंचायत में सप्ताह में कम से कम एक बार जाएंगे। वही सभी अंचलाधिकारी अपने पंचायत के जनप्रतिनिधि के साथ कर्मचारियों के बैठने की विवरणी साझा करें। साथ ही सभी अंचल अधिकारियों आपदा कोविड-19 सामुदायिक किचन राहत केंद्र से संबंधित उपयोगिता प्रमाण पत्र देने हेतु कहां गया। विभूतिपुर प्रखंड के आवास योजना अंतर्गत कुल 2219 आवेदन लंबित पाया गया। जिसमें बाजीतपुर बंबईया पंचायत के आवास सहायक का पंजी संधारित नहीं था एवं उनके यहां लंबित मामलों की संख्या बहुत अधिक थी।
जिस कारण जिला पदाधिकारी द्वारा उनको निलंबित करने एवं उनपर विधि सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। लोक शिकायत के अंतर्गत थानाध्यक्ष विभूतिपुर लगातार 15 सुनवाई तक अनुपस्थित पाया गया जिस कारण उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर का रोस्टर से संबंधित बोर्ड हॉस्पिटल के बाहर सुगोचर स्थान पर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई हेतु जो एजेंसी कार्यरत है अगर उनके द्वारा साफ-सफाई सही ढंग से नहीं किया जाता है और जांच में यह स्पष्ट होता है तो उनका कटौती किया जाए एवं उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाए साथ ही एजेंसी का चयन पुनः करने का निर्देश भी दिया गया।
सभी डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी की अनुपस्थिति विवरणी के प्रतिदिन जांच करने हेतु प्रभारी को निर्देश दिया गया। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारीयों को निर्देश दिया गया कि एमओ प्रतिदिन सुबह एवं शाम उनके कार्यालय में जाकर अपना उपस्थिति दर्ज करेंगे। आरटीपीएस के जांच के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा कहा गया कि आवेदक सादे पेज पर कोई भी आवेदन करेंगे। किसी भी प्रकार का यथा जाती,आय,आवास, पेंशन इत्यादि आरटीपीएस से संबंधित फॉर्म बाहर से नहीं लेना है। पैक्स गोदाम पटपारा उत्तर की जांच की गई, जांच में पाया गया कि गोदाम में धान नहीं था और गोदाम पूरी तरह खाली था। रजिस्टर का संधारण भी नहीं किया गया था। किसान सलाहकार निरीक्षण के दैरान अनुपस्थित पाए गए। इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने पैक्स अध्यक्ष के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने का निर्देश प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को दिया।