साहेबगंज
डॉल्फिन को बचाने के लिए चलाया जायेगा अभियान
By Deshwani | Publish Date: 11/1/2018 6:41:39 PMसाहेबगंज (हि.स.)। जिला प्रशासन ने गंगा नदी में डाल्फिन की सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है। डीएफओ मनीष तिवारी ने बताया कि पिछले दिनों डाल्फिन के शिकार को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि डाल्फिन के शिकार पर प्रतिबंध है। इसके संरक्षण के लिए जनजागरण अभियान चलाया जायेगा। साथ ही नदी किनारे रहने वाले क्षेत्र के 15 युवाओं को वन्य प्राणी संरक्षण प्रशिक्षण केन्द्र देहरादून भेज कर प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि गंगा में डाल्फिन को बचाया जा सके। झारखंड के एक मात्र जिला साहेबगंज में प्रवाहित गंगा नदी में राष्ट्रीय जलजीव डाल्फिन पायी जाती है। यह साहेबगंज के अलावा राजमहल, उधवा के राधानगर तथा फरक्का में पायी जाती है।
गौरतलब है कि डॉल्फिन को लोग अक्सर मछली समझने की भूल कर देते हैं लेकिन वास्तव में डॉल्फिन एक मछली नहीं है। वह तो एक स्तनधारी प्राणी है। जिस तरह ह्वेल एक स्तनधारी प्राणी है वैसे ही डॉल्फिन भी इसी कैटेगरी में आती है। यह एक छोटी ह्वेल की ही तरह है। डॉल्फिन का ठिकाना समुद्र और नदियां हैं। विश्व भर में इसकी 70 प्रजातियों में से कुछ गंगा नदी में पाई जाती हैं। डॉल्फिन को अकेले रहना पसंद नहीं है। यह सामान्यत: समूह में रहना पसंद करती है। इनके एक समूह में 10 से 12 सदस्य होते हैं।