ब्रेकिंग न्यूज़
जीडी गोयंका पारामेडिकल की मोतिहारी शाखा का शुभारंभ होटल रूद्रा रिजेंसी परिसर में हुआ, डॉ आशुतोश शरण ने किया उद्धाटनमोतिहारी: 25 टीबी मरीजो को गोद लेंगे डाॅ. आशुतोष शरणरक्सौल: 13 बोतल शराब के साथ आरपीएफ ने तीन को किया गिरफ्तारशिक्षा से बंचित बच्चो को पुनः विधालय से जोड़ने के लिए निकाला गया जागरूकता रैलीभारत, यूके की प्रमुख रदरफोर्ड एपलटन प्रयोगशाला में सुविधाएं बढ़ाने में सहयोग करेगाडॉ.राजेन्द्र प्रसाद सिंह बने भारत विकास परिषद रक्सौल के अध्यक्षभारतीय नौसेना का नौसेना उड्डयन उद्योग आउटरीच कार्यक्रम कोलकाता में आयोजितनेपाल: बीरगंज में रात्रिकालीन बाजार लगाने को लेकर प्रेस वार्ता का किया गया आयोजन
झारखंड
31 लावारिस शवों को एक साथ मिली मुक्ति
By Deshwani | Publish Date: 11/2/2018 7:44:28 PM
31 लावारिस शवों को एक साथ मिली मुक्ति

 रांची, (हि.स.)। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में पड़े 31 लावारिस शवों का मुक्ति संस्था की ओर रविवार को दाह संस्कार किया गया। जुमार नदी के तट पर एक साथ सभी शव को मुखाग्नि दी गई। करीब दो माह से रिम्स के शव गृह में पड़े ये शव काफी क्षत-विक्षत हो चुके थे। पुलिस ने इनके जान पहचान के लोगों की तलाश भी की पर कोई सामने नहीं आया। इसके बाद रविवार को नगर निगम की ओर से उपलब्ध कराए गए तीन ट्रैक्टर की सहायता से इन्हें जुमार नदी तक लाया गया। इन 31 शवों में से 8 महिला की लाश थी। संस्था के सदस्यों ने पूरे विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मृत शरीर को चिता पर लिटाया।

करीब 50 फीट लंबा कफन डाला गया। इसके बाद इन्हें मुखाग्नि दी गई। संस्था के प्रवीण लोहिया ने बताया कि वैसे शव जिसका कोई दावेदार नहीं होते, वह रिम्स में पड़े रहते हैं। इसे देखते हुए संस्था द्वारा लंबे समय से लावारिश शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संस्था के सदस्य अभी तक 400 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं। मुक्ति संस्था रांची का गठन व्यवसायियों द्वारा बनाई गई संस्था है। इसका उद्देश्य लावारिश शव का दाह संस्कार करने से लेकर गरीबों की मदद करना। संस्था के सदस्य लकड़ी और शव ले जाने का वाहन में नगर निगम का सहयोग लेते हैं। इसके अलावा, दाह संस्कार से जुड़े सारे काम सदस्य अपने खर्च पर करते हैं। 

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS