रांची (हि.स.)। झारखंड उच्च न्यायालय के तीन नवनियुक्त न्यायाधीशों को झारखंड हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्य़ाय़ाधीश डीएन पटेल ने शपथ दिलायी। जजों ने हाईकोर्ट के ह्वाईट हाउस सभागार में शपथ ली। नवनियुक्त न्यायाधीश राजेश कुमार, कैलाश प्रसाद देव व अनुभा रावत चौधरी ने शनिवार को दिन के 11 बजे पद व गोपनीयता की शपथ ली।
अनुभा रावत चाैधरी :
राजधानी रांची के पटेल पार्क हरमू हाउसिंग कॉलोनी निवासी अनुभा रावत चौधरी मूलत:रांची की ही रहने वाली है । इनकी प्रारंभिक शिक्षा गुरुनानक विद्यालय से हुई । दिल्ली विश्वविद्यालय से अनुभा चौधरी ने भौतिकी शास्त्र में स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद विधि की डिग्री लेने के बाद वर्ष 1995 से वकालत की शुरुआत की। उन्होंने पटना हाईकोर्ट की रांची पीठ में वकालत शुरू की। भारत सरकार की अधिवक्ता के रूप में अनुभा चौधरी ने विभिन्न मामलों में पैरवी की। वे विभिन्न बैंकों की पैनल अधिवक्ता भी रहीं है । वे झारखंड लीगल सर्विसेज ऑथोरिटी (झालसा) के बोर्ड की सदस्य भी हैं ।
कैलाश प्रसाद देव :
देवघर के जसीडीह के संग्राम नौढ़िया गांव के निवासी कैलाश प्रसाद देव का जन्म एक अगस्त, 1967 को हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा देवघर, मुंगेर, भागलपुर, गया, पटना, बोकारो में हुई। दिल्ली के रामजस महाविद्यालय से स्नातक करने के बाद लॉ की डिग्री हासिल की। उन्होंने वर्ष 1996 में देवघर सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की। उसके बाद पटना उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करने लगे। झारखंड हाईकोर्ट की स्थापना के बाद देव ने यहां वकालत शुरू की। जनवरी, 2015 से हाईकोर्ट में सीबीआई के वकील के रूप में देव ने कई मामलों की पैरवी की है ।
राजेश कुमार :
मूलत: बिहार में नालंदा जिले के राजगीर के नयी पोखर (पुराना न्याय पोखर) गांव निवासी राजेश कुमार का जन्म 26 अक्टूबर, 1968 को हुआ। पिता बिंदेश्वरी सिंह व माता शर्मिला सिंह के पुत्र राजेश की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा रांची में हुई थी। राजेश कुमार ने गौरीदत्त मंडेलिया उच्च विद्यालय रातू रोड से हाई स्कूल की पढ़ाई की। सेंट जेवियर कॉलेज से इंटर की पढ़ाई करने के बाद वे उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चले गये। दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से मैथेमेटिक्स से स्नातक की डिग्री ली। वर्ष 1993 में कैंपस ऑॉफ लॉ, नॉर्थ कैंपस दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि की डिग्री हासिल की. जनवरी, 1994 में दिल्ली के तीसहजारी जिलासत्र न्यायालय में प्रैक्टिस शुरू की। वर्ष 1996 में पटना हाईकोर्ट की रांची पीठ में प्रैक्टिस करने लगे। 20 वर्षों से वकालत कर रहे कुमार ने हाईकोर्ट के अलावा विभिन्न ट्रिब्यूनलों में मामलों की सुनवाई में पैरवी की। जज नियुक्त होने से पहले वह झारखंड सरकार के अधिवक्ता थे ।
उल्लेखनीय है कि इस वक्त हाईकोर्ट में कार्यकारी चीफ जस्टिस डीएन पटेल सहित 14 न्यायाधीश कार्यरत हैं। तीन नये जज मिलने के बाद जजों की संख्या बढ़कर 17 हो गयी है ।