रांची। झारखंड की राजधानी रांची में जहरीली शराब पीने से जैप के दो जवान समेत 7 लोगों की मौत हो गयी। इस घटना के प्रकाश में आने से प्रदेश में हड़कंप मच गया। उत्पाद विभाग ने अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई कर डोरंडा क्षेत्र से 3-4 कार्टन नकली शराब बरामद की। डोरंडा के ही नेपाली कॉलोनी से तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इस बीच, राज्य के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सरकार मामले का संज्ञान लेगी और दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
इससे पहले सुबह जहरीली शराब पीने से जैप-1 और जैप-8 के एक-एक जवान की मौत की खबर आयी थी. बाद में मृतकों की संख्या बढ़ने लगी। अलग-अलग इलाके से लोगों की मौत की खबर आने लगी। बताया जाता है कि मृतकों में 2 लोग सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं, जबकि 5 लोग डोरंडा से है। अन्य मृतकों के नाम लड्डू गद्दी, इसलाम अंसारी, अमित कुमार तिवारी उर्फ संटू (18) और संदीप चौधरी के रूप में हुई है. अमित उर्फ सिंटू सुखदेव नगर का रहनेवाला बताया जाता है।
बताया गया कि सभी ने डोरंडा की एक दुकान से शराब खरीद कर पी थी। इसके बाद इनकी तबीयत बिगड़ गयी। तबीयत बिगड़ने पर जवानों को रिम्स भेजा गया, जहां दोनों की मौत हो गयी। वहीं, एक जवान जो रिम्स में भरती है, की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जैप-1 के मृतक जवान का नाम योगेश क्षेत्री है, जबकि महादेव मुर्मू जैप-8 का जवान था। जहरीली शराब पीने की वजह से ही गंभीर रूप से बीमार जवान का नाम विक्रम थापा है। उनका इलाज रांची के सेंटेविटा हॉस्पिटल में चल रहा है।
मृतकों में लड्डू गद्दी (डोरंडा), इसलाम अंसारी (डोरंडा), महमूद (कडरू), अमित उर्फ सिंटू (सुखदेवनगर), संदीप चौधरी (सुखदेवनगर), योगेश क्षेत्री (जैप-1 के जवान) और महादेव मुर्मू (जैप-8 के जवान) शामिल हैं. अरविंद उर्फ बिट्टू यादव (17) एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसके अलावा शराब पीनेवाले एक अन्य युवक संतोष कुमार को भी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। वह इरगू टोली का रहनेवाला है।
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योगेश दार्जीलिंग और महादेव साहेबगंज के रहनेवाले थे। बताया जा रहा है कि ट्रेनिंग के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई है। लेकिन, जवानों का कहना है कि जहरीली शराब पीने की वजह से दोनों जवानों की मौत हुई है। ऐसे में सरकार और उत्पाद विभाग पर सवाल उठ रहे हैं। झारखंड में सरकार ने शराब बेचने का फैसला लिया था, तो कहा था कि अवैध और नकली शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। लेकिन, दो जवानों की मौत ने सरकार के दावों की पोल खोल दी है।