रांची
आत्महत्या मामले की जांच में कहीं कॉलर पकड़ने या प्रताड़ित करने की पुष्टि नहीं
By Deshwani | Publish Date: 5/8/2017 12:40:57 PM
रांची, (हि.स.)। शिव सरोज कुमार के आत्महत्या मामले में रांची पुलिस की टीम और सीआईडी की टीम गहन जांच पड़ताल कर रही है। शुक्रवार को सीआईडी के एसपी सुनील भास्कर के नेतृत्व में एक टीम जांच कर रही थी, जबकि मामले में एडीजी अजय कुमार सिंह, आईजी नवीन कुमार सिंह, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, सिटी एसपी अमन कुमार भी होटल परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज, थाने में लगा सीसीटीवी फुटेज और सड़क पर लगा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। लेकिन फुटेज में कोई भी ऐसा वाक्या अधिकारियों को नहीं दिखा। जिससे अनुसंधान की दिशा में गति मिल सके। एक वरीय अधिकारी ने बताया कि शिव सरोज समाज और अपने घर में आईबी ऑफिसर बनकर रह रहा था। सच्चाई सामने आने के बाद उसने आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि 2014 से अबतक आईबी में बहाली ही नहीं हुई है। लेकिन आला पुलिस अफसरों को यदि शिव सरोज ने ईमेल किया था तो उसे बचाने का प्रयास क्यों नहीं किया गया। इसका जवाब कोई अधिकारी देने को तैयार नहीं है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस की टीम अपहरण के बिंदु और अपहरण के बाद बड़ा तालाब के पास से शिव सरोज का मिलना और वहीं आत्महत्या करना इस पर भी जांच कर रही है। शिव सरोज के अपहरण का मामला भी जांच में फर्जी निकला। पुलिस को तीन चश्मदीद मिले हैं जिन्होंने बताया कि युवक पैदल बड़ा तालाब के पास आया था। जांच में कहीं कॉलर पकड़ने या प्रताड़ित करने की पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि शिव सरोज ने बुधवार की शाम 7.47 में पीएमओ, डीजीपी, आईजी, निगरानी आईजी, सीआईडी आईजी, डीआईजी, एसएसपी और सिटी एसपी सहित 14 लोगों को सुसाइड नोट ईमेल किया था। दूसरे दिन पेड़ से लटकते युवक का शव बरामद किया गया था ।