रांची
झारखंड में पार्टी को मजबूत करने की कवायद में जुटा राजद
By Deshwani | Publish Date: 4/8/2017 5:15:49 PM
रांची, (हि.स.)। बिहार में सत्ता से बेदखल होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव बिहार सहित झारखंड में भी अपनी पार्टी को मजबूत करने की कावायद में लग गए हैं। झारखंड राजद अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने शुक्रवार को बातचीत में कहा कि झारखंड में पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रत्येक जिलों में चार पर्यवेक्षकों को नियुक्त करना था, जो लगभग पूरा हो गया है। राज्य में 24 जिलों में से 23 जिलों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति का काम खत्म हो गया है। पार्टी को प्रत्येक बूथ तक मजबूत करने के लिए राजद कार्यकर्ता जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर तक मजबूती से अपना काम कर रहें हैं।
पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर बिहार में नीतीश कुमार अकेले चुनाव लड़े तो उन्हें 10 सीट भी नहीं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू जी के साथ आने पर ही वे (नीतीश कुमार) 2015 के बिहार विधानसभा में इतनी सीटे ला पाए। पूर्व उपमुख्यमंत्री और नौजवान नेता तेजस्वी यादव अपना काम बाखूबी कर रहे हैं तथा उनके नेतृत्व में राजद और मजबूत होगा।
वहीं दूसरी ओर राजद अध्यक्ष अपनी पार्टी को मजबूत करने के साथ राज्य में विपक्ष को भी एकजुट कर रहे हैं। गुरुवार को जहां दिन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से दिन में मुलाकात की, वहीं रात में झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से राजकीय अतिथिशाला में भेंट की। दोनों नेताओं के बीच राज्य के सूबे की सियासत पर अनौपचारिक बातचीत हुई। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के राजग खेमें में जाने के बाद बाबूलाल मरांडी का उनके साथ सियासी संबंधी लगभग खत्म हो चुका है। विपक्ष की राजनीति के लामबंदी में लालू प्रसाद की भूमिका अहम रही है। सूबे के कांग्रेस और झामुमो नेताओं के साथ वे लगातार संवाद करते रहे हैं।