रांची, (हि.स.)। राज्य का पहला सुपरस्पेशलिटी अस्पताल बनकर तैयार है। राजधानी के मेन रोड स्थित यह अस्पताल आधुनिक तकनीकों से लैस होगा। 10.5 एकड़ में फैला सुपरस्पेशलिटी सदर अस्पताल का उद्घाटन चार अगस्त को किया जाएगा। इसे लेकर विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। सुपर स्पेशलिटी सदर अस्पताल का उद्घाटन मुख्यमंत्री रघुवर दास के हाथों होना है। इसकी तैयारी लगभग अंतिम चरण में है।
बताया जाता है कि पहले चरण में शिशु रोग और स्त्री विभाग चालू करने की योजना है। इसके लिए 14 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति भी हो चुकी है। लगभग 12 से अधिक पैरामेडिकल कर्मियों की भी नियुक्ति कर दी गई है। 500 बेड वाले अस्पताल में अभी 200 बेड की ही सुविधा होगी। फिलहाल तैयारी को लेकर विभाग गंभीर है। सदर अस्पताल का अपना ब्लड बैंक होगा। इससे गंभीर मरीजों की सर्जरी में आसानी होगी। सिविल सर्जन कार्यालय से ब्लड बैंक की लाइसेंस की प्रक्रिया चल रही है। लाइसेंस मिलने के बाद शीघ्र ही ब्लड बैंक शुरू हो जाएगा। ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स, प्लाज्मा को अलग करने की सुविधा होगी।
अस्पताल में मरीजों को 24 घंटे बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए कैंपस में ही डॉक्टरों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा। जबकि नर्सिंग स्टाफ के लिए भी आवास की सुविधा मिलेगी। इसके लिए भवन बनकर तैयार है। चार अगस्त को उद्घाटन समारोह को लेकर सदर अस्पताल के समीप स्थित सड़कों को दुरुस्त किया जा रहा है। साथ ही सड़क पर मोरंग बिछाया गया है, ताकि लोगों को आने-जाने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके अलावा मरीजों और तीमारदारों के बैठने के लिए भी कुर्सियां लगाई जाएंगी। सूत्रों के अनुसार दूसरे चरण में अतिरिक्त 300 बेड लगाने की योजना है। इसमें कैंसर, शिशु सर्जरी, किडनी और न्यूरो साइंस के विभाग खोले जाएंगे। इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की भी नियुक्ति की जाएगी। हालांकि इसकी प्रक्रिया चल रही है।
बताते चलें कि सदर अस्पताल भवन का निर्माण 2008 में शुरू हुआ था और 2011 में यह भवन बनकर तैयार हो गया था। 30 मई 2013 को टेंडर का ड्राफ्ट फाइनल हुआ, जबकि 23 जून 2013 को प्रि-बिड मीटिंग हुई। 29 जनवरी 2014 को टेंडर शर्तों को मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली। 29 मई 2014 को आईएफएससी के लोग बात करने के लिए रांची पहुंचे, पर इसी दिन निविदा रद्द कर दी गई। बाद में डॉक्टर त्रेहान सदर अस्पताल का संचालन करना चाहते थे पर उन्होंने अपना हाथ पीछे खींच लिया। तब से सरकार कहती रही कि वह अस्पताल चलाएगी। राज्य सरकार ने 29 जुलाई से सदर अस्पताल को चालू करने की घोषणा की थी लेकिन 29 जुलाई को यह नहीं शुरू हो सका। इसके बाद इसे बढ़ाकर चार अगस्त कर दिया गया।