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एनडीआरएफ की टीम ने 50 फुट गहरे बोरवेल में गिरी शिवानी को निकाला बाहर, बच्ची की हुई मौत
By Deshwani | Publish Date: 4/11/2019 12:31:35 PMकरनाल। हरियाणा में करनाल के घरौंडा कस्बे के गांव हरसिंह पूरा में पांच वर्षीय बच्ची शिवानी घर के पास बने 50 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। पुलिस प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम ने सयुंक्त ऑपेरशन में शिवानी को आज सुबह बोरवेल से बाहर ताे निकाल लिया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच वर्षीय शिवानी अपने परिवार के साथ खेत में रहती थी। उनके घर के पास ही बोरवेल बना हुआ था। वह रविवार की रात अचानक वह उसमें जा गिरी। परिजनों के ढूंढ़ने पर जब उसका कोई पता नहीं चला तो गांव के लोग उनके घर इक्कट्ठा होने लगे तभी उनके पड़ोसी ने उसके पिता रवि के साथ बोरवेल में बैटरी से देखने का प्रयास किया। उससे भी न दिखने पर मोबाइल को कपड़े में बांधकर कैमरा ऑन कर बोरवेल में रस्सी के माध्यम से भेजा तो उसमें शिवानी की फोटो आ गई। शिवानी इसमें उल्टी फंसी हुई थी। तभी प्रशासन को इसके बारे में सूचना दी गई प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर ऑपरेशन शुरू किया। सारी रात यह ऑपरेशन चलता रहा।
एनडीआरएफ की टीम ने नई तकनीक पाइप के माध्यम से बच्ची का पैर या कपड़ा फंसाकर बच्ची को निकालने की कोशिश की गई। बच्ची को सांस लेने में दिक्कत न हो इसके लिए सिलेंडर से बोरवेल में आक्सीजन दी गई। पुलिस प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह बोरवेल से बच्ची को निकाल लिया गया और बच्ची को एम्बुलेंस में अस्पताल में ले जाया गया। जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया।
तमिलनाडु में भी हुई घटना
हालांकि ये पहला मामला नहीं है जब कोई बच्चा बोरवेल में गिर गया हो। गौरतलब है कि अभी हाल ही में तमिलनाडू के त्रिरूचिरापल्ली स्थित नादुकट्टीपट्टू में सुजीत विल्सन नाम का दो साल का बच्चा अपने घर के पास बने 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। 25 अक्टूबर की शाम को सुजीत विल्सन बोरवेल में गिरा।
उसे बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और मदुरै अग्निशमन विभाग ने लगातार 82 घंटों तक अभियान चलाया लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। इस घटना की काफी निंदा हुई थी। अब हरियाणा की घटना ने प्रशासनिक संवेदनशीलता पर पुन प्रश्नचिह्न लगा दिया है।