राज्य
धर्म की नगरी में हत्याओं की वारदात, पुलिस मात्र जांच पड़ताल तक सीमित
By Deshwani | Publish Date: 30/8/2019 12:41:54 PMप्रयागराज। प्रयाग धर्म की नगरी है, जहां आस्था की गंगा बहती है और संगम में देश-विदेश के श्रद्धालु आकर पुण्य अर्जित करते हैं। वहीं बेखौफ अपराधी कत्ल जैसे जघन्य वारदातों को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं। क्या उन्हें पुलिस का खौफ नहीं है ? आठ दिन के भीतर चार युवतियों सहित अन्य कत्ल यही बयाॅ करते हैं। वैसे तो पुलिस विभाग प्रयागराज में बढ़ रहे हत्या की वारदातों पर अंकुश लगाने का दम भरती रहती है किंतु अंकुश लगने की बजाय अपराधी अपने काम को अंजाम देकर चले जाते हैं और पुलिस मात्र जांच पड़ताल तक सीमित रह जाती है।
प्रयागराज में हत्या की वारदातों ने प्रयागराज को हिला कर रख दिया है। एक रात में छह हत्याओं के चलते विगत दिनों वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को योगी सरकार ने निलंबित कर दिया था और सरकार को लगा था अनिरुद्ध पंकज प्रयागराज में बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगाने में सफल हो पाएंगे। लेकिन आठ दिन के भीतर चार-चार युवतियों की हत्याएं पूरे जनपद को दहशत और डर के माहौल में जीने के लिए मजबूर कर रही हैं।
थरवई थाना क्षेत्र, उतरांव थाना क्षेत्र तथा घूरपुर थाना क्षेत्र में मिली युवतियों के अज्ञात शव से पुलिस अभी पर्दा भी नहीं उठा पाई थी कि शुक्रवार की सुबह झूंसी रेलवे स्टेशन पर दोनों पटरियों के मध्य एक बीस वर्षीय युवती का शव मिलने से सनसनी फैल गई। इस घटना ने न केवल प्रयागराज जनपद को हिला कर रख दिया बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में युवतियों की लगातार बढ़ रही हत्याओं से सकते में डाल दिया है।