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मुसहरों की मौत का मामला शासन तक पहुंचा, जांच में पता चला स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने में बरती गई थी लापरवाही
By Deshwani | Publish Date: 27/8/2019 3:56:39 PM
मुसहरों की मौत का मामला शासन तक पहुंचा, जांच में पता चला स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने में बरती गई थी लापरवाही

कुशीनगर। जिले के दुदही ब्लॉक के तीन गांवों में एक माह के भीतर नौ मुसहरों की मौत का मामला शासन तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. वीपी सिंह, एपीडेमियोलॉजिस्ट डॉ. राजेश सिंह और एंटोमोलालिस्ट डॉ. विपिन कुमार मृतकों के गांवों में पहुंचे। वहीं कमिश्नर के निर्देश पर गोरखपुर से ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. बीएम राव, ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. गणेश यादव और बीके श्रीवास्तव दुदही पहुंचे। दोनों टीमों के सदस्यों ने मृतकों के परिवारों से बयान लिया। जांच में पता चला कि स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का भी प्रचार-प्रसार ठीक से किया ही नहीं गया। एएनएम और आशा के स्तर से भी लापरवाही मिली।

 
सबसे पहले सोरहवा गांव के शाहपुर माफी में मृतकों के परिजनों से मिले। जांच पड़ताल में पता चला कि आशा और एएनएम की गांव में कार्यशैली ठीक नहीं है। मुसहर बस्तियों में गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोलियां पूरी मात्रा में नहीं दी गईं। टीबी की जांच भी ठीक ढंग से नहीं हुई। इसके बाद टीम ठाड़ीभार के गणेश मुसहर के घर पहुंचीं। मृतक की पत्नी चनिया ने बताया कि एक वर्ष से गणेश को टीबी था, जिससे उनकी मौत हो गई। फिर चिरई देवी नाम की गर्भवती महिला से मिले, जहां 9 माह पूर्ण होने पर मात्र दो ही टीके लगाए जाने की बात सामने आई। दोनों टीके सही समय पर नहीं लगाए गए थे। आयरन की गोली कम मात्रा में दी गई थी। कैल्शियम की गोली दी ही नहीं गई थी। यहां भी टीबी रोगियों की जांच नहीं की गई थी। रामपुर पट्टी गांव में पता चला कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ही नहीं है। न ही स्वास्थ्यकर्मी कोई जानकारी देते हैं। 
 
डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर जांच करने पहुंचे थे। स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जागरूकता की कमी और स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही की बात सामने आई है। कुछ और भी कमियां मिली हैं। रिपोर्ट बनाकर शासन को दिया जाएगा। इस दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ. ताहिर अली, जिला मलेरिया अधिकारी एसएन पांडेय, डॉ एके पांडेय भी मौजूद रहे।
 
दुदही क्षेत्र के रामपुर पट्टी गांव की मुसहर बस्ती में एक माह में रीता (5) पुत्री मनोज, वीपत (30) पुत्र विश्वनाथ मुसहर, पंकज मुसहर (17) पुत्र हदीश, ठाड़ीभार की मुसहर बस्ती के गनेश मुसहर (50), सोरहवा गांव की मुसहर बस्ती की निवासी बदामी (32) पत्नी हरिनारायण मुसहर, सुदर्शन मुसहर (40) पुत्र लक्ष्मी मुसहर उम्र, कैलाश मुसहर (40) पुत्र बंधु मुसहर, मनीता (15) पुत्री सुखराज मुसहर और मीरा देवी (30) पत्नी विनोद मुसहर की बीमारी से मौत के बाद प्रशासनिक हलके में खलबली मची हुई है।
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