कुशीनगर। भानु तिवारी। जिले में माटी कला को बढ़ावा देने के के लिए उप्र माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक की। सभी एसडीएम व तहसीलदारों से माटी कला से जुड़े कामगारों की सूची सहित निर्गत किए गए पट्टों का विवरण एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराने को कहा।
उन्होंने कहा कि बोर्ड का उद्देश्य कामगारों का आधुनिकरण, तकनीकी उन्नयन, माटी कला को बढ़ावा, नई पीढ़ी को इस उद्द्योग से जोड़ तथा स्वरोजगार को बढ़ावा देना है। ताकि माटी कला के कामगारों के जीवन स्तर में सुधार किया जा सके। साथ ही मिट्टी के बने बर्तनों का अधिक से अधिक प्रयोग कर बीमारियों से बचा जा सके।
उन्होंने बैठक में सभी उपजिलाधिकारी व तहसीलदारों को निर्देशित किया कि सभी लेखपालों के माध्यम से माटी कला से जुडे कामगारों के परिवार में जाकर पूर्ण विवरण की जानकारी लेकर सूचना उपलब्ध कराएं। सभी को तहसीलवार मिट्टी के लिए आवंटित पट्टे की जानकारी देने को कहा। आगाह किया कि मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर बहुत ही गंभीर हैं। इसलिये ढिलाई से काम नहीं चलेगा। मिट्टी से बने बर्तनों की उपयोगिता की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें 26 पोषक तत्व होते हैं। इसका प्रयोग करने से आने वाली पीढ़ी का भी स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
डीएम ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल है। इसका सर्वेक्षण कराकर सूची उपलब्ध कराएं और मिट्टी की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए एसडीएम पट्टा आवंटन करें। उन्होंने कहा कि माटी कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कामगारों को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर की व्यवस्था कराई जाय।
सरकारी आयोजनों में कुल्हड़ का हो प्रयोग
डीएम ने अफसरों को निर्देशित किया कि मिट्टी के बर्तनों का अधिक से अधिक प्रयोग हो। इसके लिए तहसील दिवस सहित अन्य बैठकों में मिट्टी के गिलास व कुल्हड़ का प्रयोग किया जाय। साथ ही आम लोगों में इसका प्रचार-प्रसार कराया जाय।