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जमाने की बुरी नजर से बचने के लिए मौसेरी बहनों ने रचाई शादी
By Deshwani | Publish Date: 4/7/2019 11:08:33 PMवाराणसी। रोहनिया, मोहनसराय क्षेत्र के घांगलवीर बाबा मंदिर के पीछे स्थित शिवमंदिर में मंगलवार को दो युवतियांं एक-दूसरे को जयमाल डाल परिणय सूत्र में बंध गईं। दोनों युवतियां शादी के बाद कानपुर रवाना हो गईं। शादी करने वाली एक युवती कानपुर तो दूसरी वाराणसी से है।
मंदिर की व्यवस्था देखने वाले गोपाल जी ने बताया कि जब दोनों लड़कियां आयी और शादी की बात करने लगी तो गोपाल ने कहा कि लड़का कहां है जिसपर लड़कियों ने कहा कि हमलोग आपस में करेंगे तो पूछा की ऐसा क्यों कर रही हो तो उनलोगों ने बताया कि हमलोग मौसेरी बहन हैं और एक दूसरे को बहुत चाहते हैं घरवाले शादी कर देंगे तो हमलोग अलग हो जाएंगे। एक दूसरे के बिना रह नही सकते और इस तरह शादी करने से मांग में सिंदूर और मंगलसूत्र पहनने से जमाने की बुरी नजर से बच जाएंगी।
दोनों एक दूसरे के साथ-साथ रहने और एक दूजे के लिए जीने मरने की कसमें खाई और उसके बाद दोनों भगवान को साक्षी मानकर एकदूसरे को जयमाला डाल दिया व मंगलसूत्र और सिंदूर भी पहना दिया। विवाहोपरांत मंदिर से जाने के पहले उन्होंने बताया कि कानपुर चले जाएंगे।
गांव के मंदिर पर पहली बार इस तरह की शादी देखकर लोगों में बहुत ही कौतूहल रहा। यह दोनों लड़कियां मंदिर में शादी में सहयोग करने के लिए किसी को भी साथ लेकर नहीं गई थीं लेकिन इनके साथ घराती और बाराती भी शामिल हो लिए।
दरअसल वहीँ पर एक शादी हो रही थी जिसमें लड़का पक्ष कल्लीपुर मिर्जामुराद और लड़की पक्ष सातों जंसा के थे जो अपनी शादी छोड़कर इन दोनों लड़कियों की अनोखी शादी के गवाह बन गए।