कुशीनगर। भानु तिवारी। जिले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी और एसपी ने रविवार को बाढ़ के पूर्व तटबंध पर बाघाचौर से अहिरौलीदान तक बड़ी गंडक नदी के कटान स्थलों का निरीक्षण किया।
उन्होंने पहले स्थलीय और फिर डीजल चालित नाव से निरीक्षण किया। उसके बाद नाव से ही नदी की धारा मोड़ने के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने अभियंताओं से हर हाल में 15 जून तक बाढ़ बचाव के सभी इंतजाम पूरे कर लेने की हिदायत दी।
रविवार को जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव नारायण मिश्र, एसडीएम अरविंद कुमार, तहसीलदार सत्यप्रकाश सिंह, बाढ़खंड के एक्सईएन भरत राम, एई पीसी त्रिपाठी, गंगा बैराज मेकेनिकल मेंटेनेंस डिवीजन कानपुर के एई एसपी सिंह अपने मातहत अधिकारियों के साथ दोपहर नौ बजे अहिरौलीदान पहुंचे। यहां अधिकारियों ने पहले किलोमीटर 12.000 से किलामीटर 14.500 के बीच बड़ी गंडक नदी के कटान और बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया।
इस दौरान भाजपा नेता जेके सिंह, जिला पंचायत सदस्य अरविंद सिंह पटेल, ग्राम प्रधान हीरालाल यादव, संजय कुमार सिंह आदि ने बड़ी गंडक नदी के कटान और उससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड के अभियंताओं से बोल्डर मंगाकर बांध को पुख्ता बनाने को कहा। वहां से नाव से उस स्थान पर पहुंचे, जहां गंगा बैराज मेकेनिकल मेंटेनेंस डिवीजन कानपुर की टीम डोजर मशीन से गंडक नदी की धारा को बांध के विपरीत दिशा में मोड़ने का प्रयास कर रही है। डीएम और एसपी डोजर मशीन के कार्य से असंतुष्ट दिखे और अधिक संसाधन लगाकर खुदाई कार्य को और तेज करने का निर्देश दिया।
इस दौरान हलका लेखपाल विजय प्रकाश मिश्र, अशोक कुमार वर्मा, ओमप्रकाश प्रसाद, संजय सिंह, जेई रमेशधर दुबे, चंद्र प्रकाश सहित नवलकिशोर सिंह, मिथिलेश गोंड़, पप्पू सिंह, सुजीत यादव, अरविंद सिंह आदि मौजूद रहे।