गुवाहाटी। असम की दो राज्यसभा सीटों के लिए आगामी 07 जून को मतदान होने जा रहा है। भाजपा व असम गण परिषद (अगप) के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने का आज अंतिम दिन है।
भाजपा के प्रत्याशी व पूर्व लोकसभा सदस्य कामाख्या प्रसाद तासा के नामांकन पत्र पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, मंत्री चंद्रमोहन पटवारी, मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा, बीपीएफ के नेता व मंत्री रिहन दैमारी,बिमल बोरा, मंत्री चंदन ब्रह्म, केशव महंत ने हस्ताक्षर किये।
वहीं अगप उम्मीदवार वीरेंद्र प्रसाद वैश्य के नामांकन पत्र पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सनोवाल, डॉ हिमंत विश्वशर्मा, अगप अध्यक्ष व मंत्री अतुल बोरा समेत अन्य भाजपा, अगप और बीपीएफ के विधायकों ने हस्ताक्षर किये। दोनों नेताओं ने रिटर्निंग अधिकारी अमरेंद्र डेका को नामांकन पत्र प्रस्तुत किये। नामांकन पत्रों की जांच 29 मई को की जाएगी।
भाजपा दोनों सीटे जीत सकती थी, लेकिन क्षेत्रीय राजनीति को बढ़ावा देने के लिए एक सीट अपने सहयोगी दल असम गण परिषद को दे दी है। वीरेंद्र प्रसाद वैश्य पहले भी राज्यसभा में चुने जा चुके हैं, जबकि भाजपा नेता कामाख्या प्रसाद तासा को लोकसभा चुनाव में इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। संभवतः उन्हें पार्टी ने राज्यसभा के रास्ते सदन में भेजने की तैयारी की थी। वहीं विपक्ष की ओर से अभी तक कोई भी नाम सामने नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य की 126 सदस्यीय विधानसभा के अनुसार राज्यसभा के एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 43 विधायकों का समर्थन चाहिए। ऐसे में कांग्रेस के पास 25 और एआईयूडीएफ के पास 13 विधायक हैं। ऐसे विपक्ष अपने बल पर एक भी उम्मीदवार को नहीं जिता सकता है। जबकि भाजपा के 62, अगप के 14 और बीपीएफ के 12 विधायक हैं। भाजपा नीत एनडीए के पास कुल 88 विधायकों का समर्थन है। ऐसे में भाजपा व अगप के उम्मीदवारों की जीत पक्की दिख रही है।
ज्ञात हो कि दोनों सीटें कांग्रेस के नेता व पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और शांतियाज कुजुर के कार्यकाल पूरा होने के बाद 14 जून को खाली हो रही हैं।