कुशीनगर। भानु तिवारी। सत्रहवीं लोकसभा चुनाव में भाजपा का कमल एक बार फिर खिल उठा। इस जीत के साथ भाजपा यहां के अब तक के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार हैट्रिक लगाने वाली दूसरी पार्टी बन गई है। इस अप्रत्याशित चुनाव परिणाम के दौरान गठबंधन जहां भाजपा को मिले मतों के आधे के करीब रहा, वहीं भाजपा के मुकाबले कांग्रेस लगभग एक चौथाई नंबर पर ही गतिमान रही।
इसी तरह कांग्रेस उम्मीदवार आरपीएन सिंह को जहां लगातार दूसरी बार शिकस्त का मुंह देखना पड़ा है, वहीं अब तक के चुनाव में इस सीट से अपना खाता भी न खोल पाने वाली सपा-बसपा मिलकर भी सीट को नहीं जीत पाईं।
वर्ष 1952 से अब तक हुए यहां के लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो यह सीट सर्वाधिक सात बार कांग्रेस की झोली में गई है। इसमें दो बार आरपीएन सिंह के पिता व पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री सीपीएन सिंह ने जीत दिलाई थी, तो एक बार स्वयं: आरपीएन सिंह यहां से सांसद चुने गए थे। उन्हें पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री बनाया गया था। यहां से एक बार पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री गेंदा सिंह भी रहनुमाई कर चुके हैं। कांग्रेस उम्मीदवार ने इस बार भी चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया था, लेकिन मुकाबला जीतना तो दूर उन्हें इस दौड़ में तीसरे नंबर पर ही संतोष करना पड़ा।
इसी तरह सपा और बसपा भी कुशीनगर लोकसभा सीट पर अपना खाता खोलने के लिए शुरू से बेताब रहीं। उन्होंने हर चुनाव में एक से बढ़कर एक नेता को इस सीट से अपना योद्घा बनाया, लेकिन वे जनता का भरोसा नहीं जीत पाए। सपा-बसपा से चार बार विधानसभा चुनाव लड़ने के बावजूद जीत हासिल न कर पाने वाले गठबंधन उम्मीदवार नथुनी प्रसाद कुशवाहा को इस लोकसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इस चुनाव में मतगणना शुरू होने से अंत तक उन्होंने आरपीएन सिंह को पछाड़ते हुए अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा।
उधर, वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार दुबे दस साल बाद 2019 के इस चुनाव में जीत दर्ज कराने में कामयाब रहे हैं।
इस लोकसभा सीट के लिए हुए अब तक के चुनावों पर नजर डालें तो 1952 में यहां के पहले सांसद रामजी वर्मा चुने गए थे। वह सोशलिस्ट पार्टी से उम्मीदवार थे। उनके बाद 1957 और 1962 में कांग्रेस से काशीनाथ पांडेय सांसद चुने गए थे। अन्य चुनावों में विजेताओं की स्थिति कुछ इस प्रकार है।
कुशीनगर (पडरौना) लोकसभा सीट से अब तक चुने गए सांसद-
वर्ष- जीते प्रत्याशी- प्रतिद्वंद्वी
1967- काशीनाथ पांडेय (कांग्रेस)- रामेश्वर (बीजेएस)
1971- गेंदा सिंह (कांग्रेस)- भ केसी प्रताप नारायण सिंह (बीकेडी)
1977- रामधारी शास्त्री (जनता पार्टी)- गेंदा सिंह (कांग्रेस)
1980- सीपीएन सिंह (कांग्रेस)- सिराज अहमद (एलकेडी)
1984- सीपीएन सिंह (कांग्रेस)- सिराज अहमद (एलकेडी)
1989- बालेश्वर यादव (जनता दल)- केसी प्रताप नारायण सिंह (कांग्रेस)
1991- रामनगीना मिश्र (भाजपा)- बीएन सिंह (जनता दल)
1996- रामनगीना मिश्र (भाजपा)- कासिम अली (सपा)
1998- रामनगीना मिश्र (भाजपा)- बालेश्वर यादव (सपा)
1999- रामनगीना मिश्र (भाजपा)- बालेश्वर यादव (सपा)
2004- बालेश्वर यादव (नेलोपा)- आरपीएन सिंह (कांग्रेस)
2009- आरपीएन सिंह (कांग्रेस)- स्वामी प्रसाद मौर्य (बसपा)
2014- राजेश पांडेय (भाजपा)- आरपीएन सिंह (कांग्रेस)
2019- विजय कुमार दुबे (भाजपा)- नथुनी प्रसाद कुशवाहा (गठबंधन)
पिछले लोकसभा चुनावों में प्रमुख दलों को मिले वोट-
वर्ष 2009 का चुनाव परिणाम-
आरपीएन सिंह (कांग्रेस)- 223954
स्वामी प्रसाद मौर्य (बसपा)- 202860
विजय कुमार दुबे (भाजपा)- 162189
ब्रह्माशंकर त्रिपाठी (सपा)- 55223
वर्ष 2014 का चुनाव परिणाम-
राजेश पांडेय (भाजपा)- 370051
आरपीएन सिंह (कांग्रेस)- 284511
डॉ. संगम मिश्र (बसपा)- 132881
राधेश्याम सिंह (सपा)- 111256