इटानगर। अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले के बोगापानी इलाके में आज सुबह संदिग्ध नगा उग्रवादी संगठन एनएससीएन (खापलांग) गुट द्वारा घात लगाकर हमला किया। इसमें मेघालय की सत्ताधारी पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के वेस्ट खोंसा विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार व मौजूदा विधायक तिरोन आबोह, व उनके बेटे समेत 11 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। हमले में तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस की टीम पहुंचकर राहत व बचाव कार्य में जुट गई है। विधायक असम से अपने घर खोंसा की ओर लौट रहे थे। उनके साथ उनके परिवार के लोगों के साथ काफिले में कुल 14 लोग शामिल थे। अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस बीके सिंह ने बताया है यह घटना दिन के एक बजे से डेढ़ बजे के बीच हुई है।
यह घटना तिरप जिले के बोगापानी स्थित अजय राजकुमार चाय बागान के पास सुनसान जंगली इलाके में हुई। अत्याधुनिक हथियारों से लैस संदिग्ध एनएससीएन (खपलांग) गुट के उग्रवादियों ने घात लगाकर अंधाधुंध फायरिंग करते हुए विधायक व उनके पुत्र समेत कुल 11 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। तिरोन आबोह वेस्ट खोंसा विधानसभा क्षेत्र से एनपीपी के उम्मीदवार थे। पिछली बार 2014 में वे इसी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे।
इस घटना में गंभीर रूप से घायल विधायक के एक बॉडीगार्ड और दो उनके समर्थकों का इलाज खोंसा स्थित सरकारी अस्पताल में चल रहा है। तीनों को उन्नत चिकित्सा के लिए असम के डिब्रूगढ़ मेडिकल कालेज भेजने की तैयारी की जा रही है।
भाजपा नेता व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजीजू व मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने ट्वीट के जरिए इस जघन्य हत्याकांड की कड़े शब्दों में निंदा की है। वहीं अरुणाचल प्रदेश एनपीपी के प्रदेश प्रवक्ता मुचु मिथी ने भी घटना की निंदा करते हुए इस घटना को राजनीतिक हत्या करार दिया है।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि पड़ोसी देश म्यांमार में पूर्वोत्तर के उग्रवादियों के विरूद्ध म्यांमार सेना द्वारा चलाए जा रहे सैन्य अभियान के विरोध में उग्रवादी संगठन एनएससीएन (खापलांग) ने इस घटना को अंजाम दिया है। इस इलाके में एनएससीएन (खापलांग) का अच्छा प्रभाव माना जाता है। पुलिस प्रशासन इलाके को घेरकर तलाशी अभियान आरंभ किया है। इस घटना से इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।